अजय लाल / न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्कः आइएनडीआईए गठबंधन से एनडीए के पाले में आ चुके जदयू की बांछे खिली हुई है. जदयू अब झारखंड में इत्मीनान वाली जमात में शामिल हो चुकी है. जदयू को लग रहा है कि झारखंड से उनके एक ना एक उम्मीदवार का लोकसभा जाने का रास्ता लगभग साफ हो गया है. कहानी के केन्द्र बिन्दु में नीतीश कुमार है. लिहाजा जदयू के नेता अब नरेन्द्र मोदी की खुलकर और जमकर तारीफ कर रहे हैं.
कहानी की शुरूआत उसी दिन हो चुकी थी जब नीतीश कुमार ने राजद और कांग्रेस से नाता तोड़कर एनडीए का दामन थामा था. इससे पहले नीतीश कुमार आईएनडीआईए में रहते हुए नीतीश जोहार यात्रा की शुरूआत करने की घोषणा कर चुके थे. दो बार यात्रा स्थगित होने के बाद पूरी तस्वीर ही बदल गयी. फिलहाल नीतीश कुमार की झारखंड यात्रा की चर्चा थम गयी है. चर्चा, अब झारखंड से संसदीय चुनाव लड़ने की हो रही है. इसी क्रम में पिछले दिनों जदयू ने पुरानी विधानसभा में बैठक की थी. इस बैठक में जदयू ने झारखंड की तीन सीटें चतरा, हजारीबाग और धनबाद की संसदीय सीट पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास भेजा है.
जदयू के प्रदेश महासचिव श्रवण कुमार कहते हैं कि जदयू ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रखी है. प्रस्ताव नीतीश कुमार के पास भेजा गया है. इस प्रस्ताव पर नीतीश कुमार को फैसला करना है. जदयू के प्रदेश महासचिव श्रवण कुमार कहते हैं कि झारखंड जदयू ने अपनी तैयारी के अनुसार प्रस्ताव बिहार भेजा है. अंतिम फैसला नीतीश कुमार और एनडीए गठबंधन को करना है. श्रवण कुमार कहते हैं कि हमारे आदरणीय नेता नीतीश कुमार का जैसा फैसला होगा उसी हिसाब से रणनीति तैयार की जायेगी.
इधर. सूत्रों की मानें तो भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व जदयू को झारखंड में चतरा संसदीय सीट दे सकता है. सूत्र बताते हैं कि ऐसा जदयू को वफादारी के ईनाम के रूप में दिया जायेगा. चर्चा है कि जदयू के वरिष्ठ नेता मधुकर सिंह चतरा संसदीय सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं. सूत्र यह भी बताते हैं कि मधुकर सिंह इन दिनों नीतीश कुमार के गुडविल में शामिल है. हालांकि मधुकर सिंह कहते हैं कि वो जदयू के एक सामान्य सा कार्यकर्ता हैं. चुनाव लड़ना ना लड़ना यह केन्द्रीय नेतृत्व तय करता है. उन्होंने कहा कि जदयू उनके लिए मां के समान हैं. नीतीश कुमार उनके लिए अभिभावक तुल्य हैं.
बहरहाल, जदयू को अगर चतरा संसदीय सीट मिलता है तो यह माना जायेगा कि भाजपा के लिए एक त्याग से कम नहीं होगा. ऐसे में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता चतरा संसदीय सीट को अपने कब्जे में रखने के लिए एड़ी चोटी एक कर देंगे. दूसरी वजह यह है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा नीतीश कुमार को स्टार प्रचारक के रूप में शामिल कर सकता है. ऐसे में एक संसदीय सीट मिलने पर जदयू के नेता नीतीश कुमार को झारखंड में चुनाव प्रचार करने में नैतिक बल मिलेगा.