Tuesday, Apr 29 2025 | Time 09:11 Hrs(IST)
  • Chardham Yatra 2025: बद्रीनाथ धाम में फोटो खींचना पड़ सकता है महंगा, नियम तोड़े तो भरना पड़ेगा 5000 रूपए जुर्माना
  • 2025 में Youtube का नया अपडेट: 20वीं एनिवर्सरी पर बदलने वाला है यूट्यूब का लुक! जानें और क्या होगा खास
  • 2025 में Youtube का नया अपडेट: 20वीं एनिवर्सरी पर बदलने वाला है यूट्यूब का लुक! जानें और क्या होगा खास
  • गोपालगंज में रंगदारी मांगे वाले अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़, एक गिरफ्तार, एक घायल
  • Bank Holidays in May 2025: समय रहते निपटा लें अपने जरुरी काम! मई में 13 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें पूरी लिस्ट
  • सर्जिकल स्ट्राइक से पहले डिजिटल स्ट्राइक, भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल पर लगाया बैन
  • Jharkhand Weather Update: झारखंड में बदला मौसम का मिजाज! अगले 6 दिनों तक बारिश से वेदर रहेगा कूल-कूल
देश-विदेश


एक ही बेल पत्र को कई दिनों तक चढ़ा सकते हैं शिवलिंग पर

शमी के पत्तो को भी चढ़ाया जाता है शनिदेव, गणेश जी के साथ ही शिव जी को
एक ही बेल पत्र को कई दिनों तक चढ़ा सकते हैं शिवलिंग पर

न्यूज11 भारत 


रांची: सावन महीने में भगवान भोलेनाथ और बेल पत्र की काफी महत्ता है . शिव पूजा करते समय बेल पत्र जरूर चढ़ाना चाहिए. वैसे तो अभी बारिश के दिन हैं और बेल पत्र आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन अगर बेल पत्र नहीं मिल रहे हैं तो शिवलिंग पर चढ़े हुए बेल पत्र को ही धोकर फिर से भगवान को चढ़ाने का विधान भी है. ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार बेल पत्र कई दिनों तक बासी नहीं माना जाता है. शिव पुराण में लिखा है कि एक ही बेल पत्र को बार-बार धोकर फिर से पूजा में उपयोग किया जा सकता है. बेल पत्र के साथ ही शिवलिंग पर शमी के पत्ते भी चढ़ाना चाहिए. शमी के पत्ते शनिदेव, गणेश जी के साथ ही शिव जी को भी चढ़ाया जाता है.


अधूरी रहती है शिव पूजा बेल पत्र के बिना 

 

शिव पूजा में बेल पत्र अनिवार्य रूप से होना चाहिए. इन पत्तियों के बिना शिव पूजा अधूरी ही मानी जाती है. लेकिन अष्टमी, चतुर्दशी, अमावस्या तिथि और रविवार को बेल पत्र पेड़ से नहीं तोड़ना चाहिए. इन तिथियों पर बाजार से खरीदकर या शिवलिंग पर चढ़े हुए बिल्व पत्र को धोकर फिर से भगवान को चढ़ा सकते हैं. बेलपत्र की तीन पत्तियों वाला गुच्छा भगवान शिव को चढ़ाया जाता है माना. जाता है कि इसके मूलभाग में सभी तीर्थों का वास होता है. यदि महादेव को सोमवार के दिन बेलपत्र चढ़ाना है तो उसे रविवार के दिन ही तोड़ लेना चाहिए क्योंकि सोमवार को बेल पत्र नहीं तोड़ा जाता है.

 


 

घर में भी लगा सकते हैं बेल पत्र का पौधा

 

अपने घर के आंगन में भी बेल का पौधा लगाया जा सकता हैं. बेल पत्र का पेड़ घर के बाहर या आसपास हो तो घर के कई वास्तु दोष दूर हो जाते हैं. आयुर्वेद के मुताबिक बिल्व के पेड़ में लगने वाला फल बहुत पौष्टिक होता है और इसके नियमित सेवन से हम कई बीमारियों से बचे रहते हैं. पेट कि कई बिमारियों में बेल का फल फायदा करता है. इस फल का कई दवाइयों में उपयोग किया जाता है.बेलपत्र का काढ़ा नियमित पीने से दिल मज़बूत रहता है और हार्ट अटैक की आशंका कम होती है. बेल पत्तियों का रस बनाकर नियमित रूप से सेवन करने से सांस से जुड़ी बीमारियों में लाभ होता है. तेज बुखार होने पर बेलपत्र का काढ़ा पीने से राहत मिलती है.


 

बेलपत्र के हैं कुछ नियम

 

बेलपत्र की तीन पत्तियों वाला गुच्छा भगवान शिव को चढ़ाया जाता है, माना जाता है कि इसके मूलभाग में सभी तीर्थों का वास होता है. यदि महादेव को सोमवार के दिन बेलपत्र चढ़ाना है तो उसे रविवार के दिन ही तोड़ लेना चाहिए क्योंकि सोमवार को बेल पत्र नहीं तोड़ा जाता है. इसके अलावा चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या को संक्रांति के समय भी बेलपत्र तोड़ने की मनाही होती है.

 


  • बेलपत्र कभी अशुद्ध नहीं होता.

  • पहले से चढ़ाया हुआ बेलपत्र भी फिर से धोकर चढ़ाया जा सकता है.

  • बेलपत्र की कटी-फटी पत्तियां नहीं चढ़ानी चाहिए, इन्हें खंडित माना जाता है.

  • बेलपत्र भगवान शिव को हमेशा उल्टा चढ़ाया जाता है,

  • चिकनी सतह की तरफ वाला वाला भाग शिवजी की प्रतिमा को स्पर्श होना चाहिए

  • बेलपत्र को हमेशा अनामिका, अंगूठे और मध्यमा अंगुली की मदद से चढ़ाएं

  • बेल पत्र चढ़ाते समय जलाभिषेक भी करना चाहिए 



 

देवी-देवताओं का वास माना जाता है बेल पत्र के पौधे में 

 

बेल वृक्ष को शिव जी का ही एक स्वरूप माना गया है. इसलिए इसे नाम श्रीवृक्ष भी कहते हैं. श्री महालक्ष्मी का एक नाम है. इस वृक्ष के जड़ में देवी गिरिजा, तने में देवी महेश्वरी, शाखाओं में देवी दक्षायनी, पत्तियों में देवी पार्वती, फूलों में मां गौरी और फलों में देवी कात्यायनी वास करतीं हैं. पत्तियों में देवी पार्वती का वास होने से शिवलिंग पर इसे खासतौर पर चढ़ाया जाता है. 

 

अधिक खबरें
Chardham Yatra 2025: बद्रीनाथ धाम में फोटो खींचना पड़ सकता है महंगा, नियम तोड़े तो भरना पड़ेगा 5000 रूपए जुर्माना
अप्रैल 29, 2025 | 29 Apr 2025 | 8:57 AM

चारधाम यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं को नई नियमावली के तहत यात्रा करनी होगी. बद्रीनाथ धाम में अब मंदिर परिसर के भीतर फोटो और वीडियो कॉलिंग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया हैं. अगर कोई श्रद्धालु नियम तोड़ते हुए पकड़ा गया तो उसे सीधे 5000 रूपए का जुर्माना भरना पड़ेगा. यह फैसला यात्रा को ज्यादा सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए लिया गया हैं.

2025 में Youtube का नया अपडेट: 20वीं एनिवर्सरी पर बदलने वाला  है यूट्यूब का लुक! जानें और क्या होगा खास
अप्रैल 29, 2025 | 29 Apr 2025 | 8:52 AM

यूट्यूब पिछले एक दशक से लगभग समान रूप में दिखाई दे रहा था, लेकिन अब बदलाव का समय आ गया है. अपने 20वें एनिवर्सरी के मौके पर, यूट्यूब अपने वीडियो प्लेयर के नए डिज़ाइन का परीक्षण कर रहा है. इस परिवर्तन का उद्देश्य उपयोगकर्ता अनुभव को और अधिक सुधारना है.

Bank Holidays in May 2025: समय रहते निपटा लें अपने जरुरी काम! मई में 13 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें पूरी लिस्ट
अप्रैल 29, 2025 | 29 Apr 2025 | 7:32 AM

मई 2025 की शुरुआत होने वाली है और अगर आप बैंक से जुड़े किसी जरुरी काम की प्लानिंग कर रहे है तो थोड़ा रुक जाइए. इस महीने कुल 13 दिन बैंक रहने वाले हैं. इस छुट्टियों में साप्ताहिक अवकाश (रविवार और शनिवार) के साह-साथ विभिन्न राज्यों में पड़ने वाले त्योहार और जयंती शामिल हैं.

Chanakya Niti: शादी से पहले अपने पार्टनर से भूलकर भी न करे ये नीजि बातें, रिश्तों में आ सकती है दरार
अप्रैल 28, 2025 | 28 Apr 2025 | 10:01 PM

आचार्य चाणक्य का का नीति जितना आज प्रसांगिक है उतना ही सदियों पहले भी था. उनके द्वारा कही बात आज भी लोगों के लिए मार्गदर्शन का काम करती थी. चाहे वो राजनीति हो या किसी और क्षेत्र. विवाह से पहले प्रेम संबंधों को लेकर चाणक्य ने कई महत्वपूर्ण बातें कही है. जिसका पालण अगर आफ नहीं करते हैं तो आपकी शादी टूट सकती है.

आपको भी है हर समय सिगरेट पीने की लत औऱ चाहते हैं इससे दूरी बनाना? अपनाएं ये तरीका मिलेगा लाभ
अप्रैल 28, 2025 | 28 Apr 2025 | 7:34 PM

सिगरेट एक ऐसा नशा है जिसका तलब लोगों को बार बार बेचैन करते रहती है. स्मोकिंग छोड़ना एक बहुत बड़ा फैसला होता है शुरु के दिनों में इसको लेकर काफी दिक्कतें भी आती है. कई बार छोड़ने के बाद भी मन करता है कि एक कश ले ले.