विकास कुमार/न्यूज11 भारत
हुसैनाबाद/डेस्क: पलामू जिला के हुसैनाबाद प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पथरा में अमृत कृषि पद्धति के तहत ग्रामीण किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती को अपनाने का एक अनूठा और प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया गया हैं. ग्राम में गोबर, गोमूत्र और स्थानीय जैविक संसाधनों का उपयोग कर सिंध बासमती धान की खेती की गई. इस परियोजना में कुल 20 किसानों ने सहभागिता की और 11 क्विंटल धान का सफल उत्पादन हुआ. वही उत्पादन और वितरण की मुख्य जानकारी उत्पादित धान 11 क्विंटल बीज के लिए सुरक्षित धान 6 क्विंटल बिक्री 5 क्विंटल (गांव गाड़ी संस्था द्वारा 40 प्रति किलो की दर से खरीदा गया). भुगतान किसानों को तत्काल भुगतान किया गया. वही मुखिया नरेश पासवान के प्रयास और मार्गदर्शन से यह पहल सफल हो सकी. अमृत कृषि पद्धति के माध्यम से गांव अब रसायन मुक्त खेती की दिशा में अग्रसर हो रहा हैं. ग्रामीणों की इस सफलता ने पूरे क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगाई हैं.
किसानों की सूची सिंध बासमती धान की खेती में योगदान देने वाले किसान संजय कुमार, विनोद कुमार, जमुना बैठा, शारदा देवी, रामप्यारे राम, ममता देवी, परमेश्वर मेहता, राणा सिंह, राम ब्रिज राम, रामदेव पासवान, प्रमोद मेहता, महेश मेहता, संजय मेहता, तुलसी मेहता, देवंती देवी, कर्म देव यादव, अर्जुन मेहता. गांव गाड़ी के प्रतिनिधि प्रशांत ओझा उपस्थित खपली गेहूं की खेती सिंध बासमती धान की सफलता से प्रेरित होकर, अब पथरा के किसान 5 एकड़ भूमि पर खापली गेहूं (देसी बीज) की खेती कर रहे हैं. यह कदम भी प्राकृतिक खेती की दिशा में एक और महत्वपूर्ण प्रयास हैं. वही स्वावलंबी योजना की दीदीयों का योगदान गांव में कार्यरत स्वावलंबी योजना की दीदीयों ने इस परियोजना में सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे खेती के सभी चरणों में किसानों को प्रोत्साहन और सहयोग मिला.