झारखंड » पलामूPosted at: दिसम्बर 25, 2024 केंद्रीय मंत्री से मोहम्मदगंज में ग्रामीणों ने की केंद्रीय विश्वविद्यालय खोलने की मांग
विकास कुमार/न्यूज11 भारत
पलामू/डेस्क: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज मंत्री एल मुरुगन के मोहम्मदगंज आगमन पर स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हें मांग पर सौंपा. मांग पत्र में कहा गया है कि शैक्षणिक दृष्टिकोण से पिछड़े पलामू जिला में जिला के हुसैनाबाद अनुमंडल अंतर्गत मोहम्मदगंज प्रखंड के उतर कोयल सिचाई परियोजना की सैकड़ो एकड़ अनुपयोगी भूमि, जिसपर दो दशक से झाड़ी उगे हुए हैं। केंद्र सरकार के द्वारा नए केंद्रीय विश्वविद्यालय खोलने प्रस्तावित योजना हेतु आवश्यक संसाधन उपलब्ध है. स्वच्छ वातावरण के लिए सुरमई हरे भरे पहाड़ी वादियों से घिरा और कलकल करती कोयल नदी के किनारे उक्त स्थल है.पलामू जिला मुख्यालय से करीब 60 किमी और गढ़वा जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी पर अवस्थित मोहम्मदगंज से 30 किमी पर बिहार राज्य की सीमा ,60 किमी पर छतीसगढ़ और 80 किमी पर उत्तरप्रदेश की सीमा लगती है. रेल कनेक्टिविटी और रोड कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ है. केंद्रीय विश्वविद्यालय खोले जाने की उच्च शिक्षा का सकल नामांकन अनुपात (जीआईआर) राष्ट्रीय औसत से कम है. मानक को पूरा करता है. मोहम्मदगंज में केंद्रीय विश्वविद्यालय खोले जाने से पलामू गढ़वा जिला क्षेत्र के अलावा राज्य के सीमावर्ती बिहार राज्य के औरंगाबाद ,रोहतास और छतीसगढ़ ,उत्तरप्रदेश के छात्र छात्राओं को बेहतर उच्च शिक्षा मिल सकता है. साथ ही पिछड़े पलामू जिला को विकास की प्रगति के पथ पर एक नया आयाम मिलेगा. ग्रामीणों ने कहा कि अति पिछड़े पलामू जिला में शैक्षणिक विस्तार के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना से इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास होगा.