झारखंडPosted at: नवम्बर 15, 2024 मृत बेटे को न्याय दिलाने डेढ़ साल से भटक रहे माता-पिता, राज्य सरकार के सिस्टम को ठहराया दोषी, कहा- अमर बाउरी ने दिया साथ
न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: चंदनकियारी के अमलाबाद निवासी पति-पत्नी जगन्नाथ रजक व पूनम देवी अपने 20 वर्षीय पुत्र सोनू रजक के हत्यारे की सजा की मांग को लेकर विगत डेढ़ वर्ष से भटक रहे हैं. चुनावी दौरे में कोई भी नेता या प्रत्याशी के गांव पहुंचते ही मृतक की मां पूनम देवी रोते बिलखते घर से निकलकर अपने पुत्र के हत्यारे को फांसी की सजा दिए जाने की मांग करती हैं. इस दौरान शुक्रवार (15 नवंबर) को पूनम देवी ने बताया कि उनके पुत्र 20 वर्षीय सोनू रजक की हत्या अमलाबाद का ही रहने वाला सोनू अंसारी दिनदहाड़े चाकू घोंपकर कर दी थी. जिसके बाद वह न्याय को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री से लेकर जिले के पुलिस अधीक्षक तक दर-दर भटकती रही. लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला. पूनम देवी ने कहा कि स्थानीय विधायक अमर बाउरी के प्रयास से इस मामला का उद्भेदन हो पाया था. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में सरकार की भ्रष्ट व्यवस्था के कारण ऐसा हुआ. यदि भाजपा की सरकार होती तो उन्हें न्याय जरूर मिलता. इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि राज्य में सत्तासीन झामुमो कांग्रेस की सरकार और इनके अधिकारी तुष्टिकरण की रणनीति के तहत सोनू के हत्यारे को सजा दिलाने में सहयोग कर अपना वोट बैंक को नाराज नही करना चाहती. इस कारण एक दलित के बेटे को अब तक न्याय नहीं मिला. झामुमो प्रत्याशी उमाकांत रजक इन लोगों के जाति बिरादरी के होते हुए इनका हाल-चाल नहीं लिया. इस मामले में सोनू के माता पिता ने कहा कि अमर बाउरी ने ने उनका साथ दिया. इसक कारण से इस घटना को सदन में भी उठाया गया था.
यह भी पढ़े: ऊषा मार्टिन, सरला बिरला स्कूल पर छापेमारी के खिलाफ BJP प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राज्य सरकार पर साधा निशाना