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रांची/डेस्क: संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर यानी आज से शुरू होने वाला है. कई मुद्दों पर हंगामे के आसार है. परंपरा के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्र के पहले दिन संसद भवन परिसर में हंस द्वार के निकट महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी देंगे. संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 26 नवंबर को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जो संविधान सदन में होगा.
कई मुद्दों पर होगी चर्चा
20 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र में विचार के लिए वक्फ (संशोधन) विधेयक सहित 16 विधेयकों की एक सूची तैयार की गई है. इस सत्र के दौरान केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करने का प्रयास करेगी. शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले रविवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक की गई थी. जिसमें विपक्ष ने मणिपुर हिंसा और प्रदूषण जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग की.
कई अहम बिल पेश होंगे
शीतकालीन सत्र की कार्रवाही शुरू होने से पहले लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला केरल और नांदेड़ सीट से उपचुनाव जीतकर आए 2 नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे. संसद के इस शीतकालीन सत्र में कुल 16 बिल पेश किए जा सकते है. उनमें से 5 कानून बनने की मंजूरी के लिए रखे जाएंगे.
चुनाव के नतीजों का भी असर
आपको बता दें कि झारखंड और महाराष्ट्र के चुनाव के नतीजों का भी असर पड़ सकता है. 23 नवंबर को महाराष्ट्र और झारखंड में नतीजों की घोषणा हो चुकी है. झारखंड में जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के नेतृत्व वाले गठबंधन को बहुमत मिला है. जबकि महाराष्ट्र में बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के नेतृत्व वाले गठबंधन को जबरदस्त जीत हासिल की है. सरकार अपने एजेंडे को मजबूती से आगे रखते हुए आवश्यक विधेयकों को पारित करने का कोशिश करेगी.