न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: आपने तो 'फिर हेरा फेरी' फिल्म देखि ही होगा, जहां एक फ्रॉड कंपनी लोगों का पैसा लेकर फरार हो जाती है. ऐसे ही कुछ मामला सामने आ रहा है. जांजगीर-चांपा जिले की महिलाएं एक बड़ी ठगी का शिकार बनी हैं, जहां फ्लोरा फाउंडेशन मैक्स नाम की फर्जी कंपनी ने उन्हें आत्मनिर्भरता और बेहतर जीवकोपार्जन के सुनहरे सपने दिखाकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की. ठगी का शिकार हुई महिलाएं अब न्याय की गुहार लगाने के लिए जांजगीर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच रही हैं.
धोखाधड़ी की रणनीति
स्थानीय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का झांसा देकर, कंपनी ने उन्हें विभिन्न बैंकों से लोन दिलवाने के लिए मजबूर किया. इन महिलाओं के नाम पर करोड़ों रुपए का लोन निकाला गया और कंपनी के खाते में जमा कर दिया गया. बसंतपुर गांव की पीड़ित अहिल्या चौहान ने बताया कि फर्जी कंपनी ने उन्हें सुनहरे सपनों के जाल में फंसाया और हर महिला से 20 से 30 हजार रुपए वसूले.
दायरा और आंकड़े
पता चला है कि कोरबा और जांजगीर जिले में करीब 50,000 महिलाएं इस धोखाधड़ी का शिकार बनी हैं, जिनके द्वारा लगभग 10 से 11 करोड़ रुपए कंपनी में जमा किए गए हैं. ग्राम रोहदा की पीड़ित रोशनी भारद्वाज ने बताया कि डबल पैसा का लालच देकर महिलाओं को फंसाया गया.
कार्रवाई की उम्मीद
महिलाएं अब कंपनी से अपनी जमा राशि की वापसी की मांग कर रही हैं. जांजगीर चांपा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप ने कहा कि महिलाओं की शिकायत पर जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही, कोरबा जिले में भी इस मामले में संबंधित अपराध दर्ज किया गया है.