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रांची/डेस्क: आपने यह बात जरूर सुनी होगी कि इस दुनिया में जो आया है वह किसी ना किसी दिन जरूर जाएगा. लेकिन कई बार आपने यह बात गलत साबित होने की भी घटना सुनी होंगी. आपे सुना होगी की किसी व्यक्ति का देहांत हो गया है. लेकिन कुछ समय बाद वह अचानक से जिंदा हो जाता है. ऐसे घटना सुनने के बाद कई लोग हैरान हो जाते है. उन लोगों को जब इस बारे में पूछा जाता है, तो वह बताते है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं होती है कि वह आखिर कैसे जिंदा हो गए. ऐसी ही कुछ घटना सामने आ रही है. जहां 17 साल पहले के व्यक्ति की हत्या हो गई थी. लेकिन वह अचानक से जिंदा पाया जाता है. जी हां आपने सही सुना. आइए आपको इस बारे में पूरी जानकारी देते है.
क्या है मामला?
आपको बता दे कि बिहार में 17 साल पहले एक व्यक्ति की हत्या हो गई थी. उसकी हत्या के मामले में 4 लोगों को जेल भी हुई थी. लेकिन उस व्यक्ति की जिंदा होने की खबर अब पता चली. वह जिंदा है और झांसी में रह रहा था. इस मामले में पुलिस ने पूरे कांड का पर्दाफाश नथनी पाल को गिरफ्तार करके किया है. हत्याकांड की कहानी जो पुलिस ने बताई है, वह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. आपको बता दे कि नथनी पाल की हत्या के आरोप में उसके चाचा सहित तीन भाइयों ने सजा भी काटी है. नथनी पाल के चाचा की मौत हो चुकी है. लेकिन उसके तीन भाई अभी जिंदा है और जमानत पर बहार है.
कैसे सुलझी ये गुत्थी?
झांसी पुलिस ने इस मौत और जीवन के रहस्यमय मामले को तब सुलझाया जब झांसी पुलिस को गश्ती के दौरान एक ऐसा व्यक्ति हाथ लगा, जो बिहार पुलिस के रिकॉर्ड में 17 साल पहले मृत घोषित था. झांसी पुलिस ने 06 जनवरी को गश्ती के दौरान पुलिस ने नथनी पाल को पकड़ा था. उससे पूछताछ के दौरान यह पता चला कि वह 6 महीनों से गांव में रह रहा था. वह बिहार के देवरिया का निवासी है. उसकी उम्र 50 साल है. जांच में आगे पता चला कि वह व्यक्ति हाल ही में झांसी वापस आया है और यह अकेला रहता है. नथनी पाल ने बताया कि जब वह बच्चा था तब उसके माता-पिता की मौत हो गई थी. उसकी पत्नी ने उसे बहुत पहले ही छोड़ दिया था. उसने आगे बताया कि उसे अपने घर बिहार गए हुए 16 साल हो गए है.
क्या हुआ था नथनी पाल के साथ?
साल 2009 में से पहले नथनी पाल अपने घर से अचानक से गायब हो जाता है. इसके लापता होने की शिकायत नथनी पाल के मामा ने उसके चाचा और भाइयों के खिलाफ दर्ज कराई थी. इसमें उसकी हत्या और उसकी जमीन हड़पने के मामले में प्रत्मिकी दर्ज करवाई गई थी.
आरोपियों ने क्या कहा?
नथनी पाल के हत्या के कथित आरोपी उसके भाइयों ने कहा कि उनका सबसे छोटा भाई, जो पुलिस में है FIR में उसका भी नाम था, लेकिन DIG से गुहार लगाने के बाद उसका नाम FIR से हटा दिया गया था. उन्होंने कहा कि उनके पिता और उनके दो भाइयों ने 8 महीने जेल में गुजारी. इस वक़्त वह लोग जमानत में बहार है. नथनी पाल की जीवित होने की खबर जब सतेंद्र पाल चली तब वह रो पड़ा. उसने कहा कि वह अब हत्या के आरोप से मुक्त हो जाएंगे. नथनी पाल को बिहार पुलिस को सौंप दिया गया है.