Wednesday, Oct 30 2024 | Time 06:00 Hrs(IST)
झारखंड


चुनाव के नजदीक आते ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में लगी राजनीतिक पार्टियां, सरकार को घेरने की कोशिश में BJP

चुनाव के नजदीक आते ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में लगी राजनीतिक पार्टियां, सरकार को घेरने की कोशिश में BJP

न्यूज11 भारत 


रांची/डेस्कः झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, राजनीतिक पार्टियां मीडिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में लग गयी है, ताकि चुनाव के समय जनता के जेहन में उनकी छाप बनी रहे और इसका लाभ चुनाव में मिले. मॉनसून सत्र में इसकी झलक देखने को मिल रही है. बीजेपी ने सत्ता पक्षा को घेरने के लिये सदन के बाहर से लेकर सदन के अंदर तक चक्रव्यूह की रचना कर दी है. सदन के बाहर और अंदर बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया गया. मॉनसून सत्र में बीजेपी ने 15 सवालों को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश की है. इसमें ज्यादातर सवाल राज्य में अनुबंध पर काम कर रहे कर्मियों के स्थायीकरण से संबंधित है, ताकि बीजेपी उन अनुबंधकर्मियों के बीच यह संदेश पहुंचा सके कि पार्टी उनकी हितैषी है और इसका लाभ बीजेपी को चुनाव के समय मिले. 

 

साथ ही कई घोटालों की जांच सीबीआई से कराने की मांग बीजेपी कर रही है, ताकि जनता के बीच संदेश जाये कि वर्तमान झारखंड सरकार के समय में घोटाला हुआ है. बीजेपी ने 15 सवालों के जवाब को लेकर सत्ता पक्ष पर सदन के अंदर दबाव बनाया. वे लोग वेल के पास आकर धरना पर बैठ गये. इस बीच विधानसभा के चौथे दिन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया. लेकिन बीजेपी और आजसू के विधायक सदन के अंदर वेल में धरना देते रहे. उनकी एक ही मांग रही कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके सवालों का जवाब दें. 

 

इस संबंध में निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा कि इस तरह की घटना अविभाजित बिहार के समय कर्पूरी ठाकुर के नेतृत्व में बिहार विधानसभा में हुई थी. लेकिन झारखंड में बीजेपी ने अपने सवाल तो उठाये लेकिन सत्ता पक्ष को जवाब देने का मौका नहीं दिया गया. वहीं सत्ता पक्ष ने इस पूरे मामले को सियासी नौटंकी बताया है. हालांकि, सत्ता पक्ष की ओर से जो 15 सवाल उठाये गये हैं. उनमें से ज्यादातर मामले एक दशक से ज्यादा पुराने हैं और अनुबंधकर्मी इन मांगों को लेकर बीजेपी के शासनकाल में भी धरना प्रदर्शन करते रहे हैं. लेकिन उनलोगों की मांगों का निदान किसी भी सरकार के कार्यकाल में नहीं हो पाया है. अनुबंध से स्थायी करने को लेकर सरकार को कई विधायी सलाह से लेकर पॉलिसी में भी बदलाव करने होंगे. वहीं आज गुरुवार को स्पीकर ने भाजपा के 18 विधायकों को निलंबित कर दिया है. 

 


 

 
अधिक खबरें
ED की छापेमारी सभी जगहों पर हुई समाप्त, शराब घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज मिलने की सूचना
अक्तूबर 29, 2024 | 29 Oct 2024 | 10:59 PM

IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे, गजेंद्र सिंह सहित सभी ठिकानों से ED की छापेमारी समाप्त हुई. वहीं, टाटीसिल्वे स्थित श्री लैब और गजेंद्र सिंह के बूटी मोड़ के गौतम ग्रीन सिटी सहित हरमू आवास में भी ईडी की रेड खत्म हुई. कांके रोड स्थित आईएएस विनय चौबे के आवास से ईडी के अधिकारी निकले.

ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास रांची से जमशेदपुर के लिए हुए रवाना
अक्तूबर 29, 2024 | 29 Oct 2024 | 9:15 PM

ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास भुवनेश्वर से रांची पहुंचे. इसके बाद वह सड़क मार्ग से जमशेदपुर के लिए रवाना हुए.

रवींद्रनाथ महतो की विधायकी रहेगी बरकरार, झारखंड हाईकोर्ट ने आरोप को सिरे से किया खारिज
अक्तूबर 29, 2024 | 29 Oct 2024 | 8:59 PM

विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो की निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिका पर मंगलवार को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. जस्टिस संजय प्रसाद की अदालत ने विधानसभा अध्यक्ष सह नाला विधायक रवींद्रनाथ महतो के पक्ष में फैसला सुनाया. बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो के निर्वाचन को याचिकाकर्ता संतोष हेंब्रम ने चुनौती दी थी.

चुनाव कार्य में प्रतिनियुक्त अर्धसैनिक बलों को दिया गया प्रशिक्षण, वरीय पुलिस पदाधिकारी रहे मौजूद
अक्तूबर 29, 2024 | 29 Oct 2024 | 8:43 PM

एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने रांची जिला में चुनाव कार्य में प्रतिनियुक्त अर्धसैनिक बलों को उनके वरीय पदाधिकारियों के साथ प्रशिक्षण प्रदान किया गया. प्रशिक्षण एवं ब्रीफिंग के दौरान सुरक्षा बलों का मतदान केंद्र पर मतदाता से व्यवहार एवं स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव के लिए रखी जाने वाली सावधानियां, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बरती जाने वाली विशेष सावधानी को लेकर विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण प्रदान किया गया. इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक(ग्रामीण) रांची, थाना प्रभारी एवं अर्धसैनिक बल के जवान उपस्थित थे.

कांके विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से अभ्यर्थी कमलेश राम ने वापस लिया अपना नाम
अक्तूबर 29, 2024 | 29 Oct 2024 | 8:03 PM

कांके विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से अभ्यर्थी कमलेश राम ने अपना नाम वापस ले लिया है. बता दें कि कमलेश राम ने निर्दलीय रूप से अपना नामांकन दाखिल किया था. जिसके बाद झारखंड बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने उनसे मुलाकात की थी.