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रांची/डेस्क: यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार की सुबह एक गंभीर सड़क दुर्घटना में वृंदावन प्रेम मंदिर के संस्थापक जगदगुरु कृपालु महाराज की 75 वर्षीय बेटी विशाखा त्रिपाठी की सड़क हादसे में मौत हो गया. जबकि जबकि सात अन्य घायल हो गए है.
दरअसल, रविवार की अगले सुबह विशाखा त्रिपाठी अपनी बहन श्यामा त्रिपाठी और कृष्णा त्रिपाठी, सचिव दीपक और 5 अन्य लोगों के साथ सिंगापुर जाने के लिए कार से वृंदावन से निकली थीं. जैसे ही वह नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र में पहुंचीं, एक अनियंत्रित कंटेनर ने उनकी गाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी. हादसे में विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई. जबकि उनकी दोनों बहनें और अन्य लोग घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के अपोलो अस्पताल भेजा गया.
हादसे के बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया. दुर्घटना के बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. जिसके बाद डंकौर पुलिस स्टेशन की टीम घटनास्थल पर पहुंची. वहीं, पुलिस के अनुसार, हादसे का कारण ट्रक चालक का नींद में होना हो सकता है. दुर्घटनास्थल के पास सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, जिससे जांच में बाधा आ रही है.
इस दुर्घटना में उनकी दो बहनों समेत अन्य सात लोग घायल हुए हैं. हादसे में घायल होने वालों में कृपालु महाराज की दो अन्य बेटियां कृष्णा त्रिपाठी (67) और श्यामा त्रिपाठी (69), चालक संजय मलिक (57), और अन्य यात्री हंसा पटेल (56), कश्मीरा पटेल (53), जनुका खडका (40) और दीपक पटेल (35) शामिल हैं.
28 नवंबर को मोक्षधाम में होगा अंतिम संस्कार
बता दें कि सड़क हादसे में दिवंगत विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर 3 दिन तक प्रेम मंदिर वृंदावन में रखा जाएगा. उसके बाद 28 नवंबर को वृंदावन स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा. इन तीन दिनों में श्रद्धालु पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर सकेंगे.