अमित कुमार/न्यूज़11 भारत
बिहार/डेस्क: बिहार के रोहतास में रेलवे के अफसरों द्वारा करोड़ों रुपए के रेलवे की सामग्री को चोरी छिपे बिक्री करने व अवैध तरीके से करोड़ों रुपए की कमाई की सूचना पर पटना से आई सीबीआई की टीम ने रेल बिजनेस की टीम के साथ मिलकर डेहरी व सोन नगर के रेल कार्यालय पर छापेमारी कर एक रेल अधिकारी समेत तीन रेल कर्मियों को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गई हैं. दअरसल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय- गया रेलखंड पर सीबीआई व रेल विजलेंस कि अबतक की सबसे बड़ी करवाई बताई जा रही है. छापेमारी में सीबीआई की टीम को करोड़ों रुपए लेनदेन समेत कई अवैध कार्यों के पुख्ता प्रमाण भी मिले है.
बताया जाता है कि गिरफ्तार रेल अधिकारी राज कुमार सिंह वर्तमान में पूर्व मध्य रेल के डेहरी स्थित पथ निर्माण कार्यालय में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रूप में पदस्थापित है. इसी वर्ष जनवरी माह में पटना के दानापुर से तबादला होकर डेहरी सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रूप में पदभार संभाला था. आरोप है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर के रूप में राजकुमार सिंह द्वारा दानापुर से लेकर डेहरी तक करोड़ों रुपए के रेल संपत्ति की बिक्री कर दी. जिसकी शिकायत सीबीआई के पटना टीम को दो माह पूर्व ही मिल गई थी. सीबीआई की टीम अपने स्तर से सीनियर सेक्शन इंजीनियर राजकुमार सिंह के काले कारनामों को पर नजर रखी थी. यही कारण है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम ने रेलकर्मी विनोद कुमार को भी डेहरी रेल परिसर से नाटकीय तरीके से गिरफ्तार कर लिया.
बताया जाता है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर का स्टोर सोन नगर में था. जहां संविदा कर्मी भीम कुमार की भूमिका भी इस अवैध कार्य में थी. रेल कर्मियों का मानना था कि दिन के उजाले में ट्रकों में रेल संपत्तियों को भरकर अन्य स्थानों पर बिक्री के लिए भेजा जाता था.