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रांची/डेस्क: बुढ़मू के छापर बालू घाट के पास उग्रवादियों ने तांडव मचाया है. नक्सलियों ने टर्बो, ट्रेक्टर और जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया. बीते देर रात वारदात को अंजाम दिया गया है. उग्रवादियों या अपराधियों के द्वारा वारदात को अंजाम देने की आशंका है. घटना की सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची. और मामले की जांच में जुट गई है. लेवी के लिए वारदात को अंजाम दिए जाने की आशंका है.
बुढ़मू के छापर बालू घाट के पास की घटना है. बुढ़मू थाना क्षेत्र के छापर नदी घाट से अवैध बालू का ढूलाई निरंतर जारी है. साथ ही उग्रवादियों व अपराधियों का आपसी टकराव भी जारी है, जिसका खामियाजा बुढ़मू प्रखंड के लोगों को भुगतना पड़ रहा है, दहशत मे ग्रामीण है, उग्रवादियों द्वारा लगातार फायरिंग, आगजनी सहित अन्य घटनाओ को अंजाम दे रहे है. इसका कारण सिर्फ अपना वर्चस्व क़ायम करना है, जिससे क्षेत्र मे डर व्याप्त हो सके और लेवी की राशि सहज ही मिल सके, इसी कड़ी मे मंगलवार की देर रात करीब 12 बजे छापर स्थित दामोदर नदी बालू घाट मे उग्रवादियों ने 4 ट्रबो, 1 ट्रेक्टर व 1 जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया.
बता दें कि सभी वाहन अवैध बालू ढूलाई में लगा हुआ था, देर रात हुई इस घटना से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई है. वही लोगों में डर का माहौल है, कि कहीं अब उग्रवादियों मे. एक बार फिर खुनी संघर्ष ना उत्पन्न हो जाय, अगर ऐसा होता है तो कई मासूम व आमजनों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. हालांकि बीते रात हुए आगजनी संबंधित घटना कि जिम्मेदारी अभी तक किसी भी उग्रवादी संघठन ने नहीं ली है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में लगी है.
लेवी को लेकर दिया गया है घटना को अंजाम
अवैध बालू का कारोबार और लाखों रूपये प्रतिदिन अवैध लेवी कि उगाही ही घटना को अंजाम देने व दहशत बनाना मकसद बना है जिससे डर का माहौल हो और कारोबारी पैसा सहज ही दे दे, इन उग्रवादियों/अपराधियों को अपना वर्चस्व बनाने के लिए कभी हवाई फायरिंग तो कभी वाहनों को जलाने जैसे कार्य को अंजाम देते है.
छापर बालू घाट बना उग्रवादियों व अपराधियों का अड्डा
करोड़ों की अवैध उगाही के कारण छापर बालू घाट उग्रवादियों/अपराधियों का चरम अड्डा बन गया है, डर दिखाइए और पैसा लीजिये, इनका रूल बन चुका है. जिसपर लगाम लगाना झारखण्ड पुलिस के लिए एक चुनौती है. पुलिस का ख़ौफ़ इन्हे नहीं है. आये दिन घटना को अंजाम दिया जाता है. वहीं पुलिस जंगलों का खाख छानती है.
इनका है वर्चस्व
बुढ़मू छापर घाट मे टीएसपीसी, जेजेएमपी,पांडेय गिरोह, अमन साव गिरोह, अलोकजी गिरोह, विएस तिवारी गिरोह पूर्ण रूप से सक्रिय है. जिनको अवैध उगाही का राशि जाता है.
छापर घाट मे होता है करोड़ो का खेल
छापर स्थित दामोदर नदी घाट से अवैध बालू कारोबार मे लाखों का खेल होता है. जिसमें उग्रवादी, अपराधी, सफेदपोस सहित दर्जनों अवैध स्टॉकर शामिल रहते है, जिनके ऊपर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दिया जाता है. दिन प्रतिदिन छापर घाट से उगाही कि राशि मे हिस्सा मिले इसको लेकर घटना को अंजाम दिया जाता है. पूर्व मे भी कई ट्रेक्टरों को आग के हवाले किया जा चुका है.