भरत मंडल/न्यूज 11 भारत
गांडेय/डेस्क: गांडेय प्रखंड के बरमसिया 2 पंचायत के रानीटांड गांव में रविवार को मरांग बुरु ओल इतुन आसड़ा के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन करके संथाली भाषा दिवस मनाया गया. बता दें कि साल 2003 में संथाली भाषा को 22 दिसंबर के दिन आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया था. आठवीं अनुसूची में शामिल करने की खुशी में हर वर्ष 22 दिसंबर को संथाली भाषा दिवस मनाया जाता है.
रविवार को कार्यक्रम की शुरुआत ओल चिकी लिपी के जनक पं.रघुनाथ मुर्मू के तस्वीर पर माल्यार्पण करके किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने संथाली भाषा के संवर्धन सहित संताली भाषा को बचाए रखने, संताली साहित्य के विकास के विषय में अपने - अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम में परगनैत रमेश मुर्मू, जीतलाल मरांडी, प्रदीप मुर्मू, रुबीलाल मुर्मू, सुखदेव हांसदा आदि ने भी अपने विचार किए.
कार्यक्रम में मंच का संचालन शिबू सोरेन ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोज कुमार किस्कू, रुबीलाल सोरेन, अंजली हेंम्ब्रम, मोनिका हेंम्ब्रम, सविता हेंम्ब्रम, सरिता सोरेन, राकेश हेंम्ब्रम आदि ने अहम योगदान दिया. कार्यक्रम में रानीटांड़ सहित आस- पास गांव के ग्राम प्रधान, नायके, गोडैत सहित संथाली भाषा में पढ़ाई करने वाला छात्र छात्रा शामिल थे.