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रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 जनवरी को आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 विजेताओं को सम्मानित किया. सविता से पीएम ने 2021 में बातचीत की थी और एक लाख रुपये नगद पुरस्कार के रूप में भी दिया था. ला संस्कृति, इनोवेशन, शिक्षा, समाज सेवा के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए इस साल 32 बच्चों को चुना गया है. बच्चों को यह पुरस्कार नवाचार, खेल, कला, संस्कृति, बहादुरी और समाज सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उनके असाधारण प्रदर्शन और उपलब्धियों के लिए दिया जाता है. सविता कुमारी को आज प्रधानमंत्री सम्मानित किया. सविता कुमारी साउथ एशियन गेम बांग्लादेश में गोल्ड मेडल जीता था. सविता कुमारी सिल्ली की रहने वाली है ग्रामीण परिवेश की रहने वाली सविता कहीं ना कहीं अपनी मेहनत और लगन से भारत का नाम रोशन किया है. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह में झारखंड की आर्चरी खिलाड़ी सविता कुमारी भी वर्चुअल शामिल हुई. सविता कुमारी को ऑनलाइन प्रशस्ति पत्र मिला.
खेल के क्षेत्र में झारखंड से सविता कुमारी का चयन
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 के लिए देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 32 जिलों से इन विजेताओं को चुना गया है. झारखंड से सविता कुमारी का चयन खेल के क्षेत्र में किया गया है. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 के विजेताओं से संवाद के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी ने सविता से दूसरे नंबर पर बात की. पीएम ने सविता से पूछा कि आपने कैसे मन बनाया कि आर्चरी में आगे बढ़ना है, आप बतायें ताकि देश के बच्चे जान सके कि झारखंड की बेटी कैसे पराक्रम कर रही है.
राष्ट्रगान का धुन बजता है तो काफी अच्छा लगता है-सविता
सविता ने बताया कि वो कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ते हुए उसे तीरंदाजी की प्रेरणा मिली. पीएम ने कहा कि आपने देश के लिए मेडल भी लाना शुरु कर दिया है, पूरे देश की शुभकामनाएं आपके साथ हैं, आगे आपका क्या लक्ष्य है कहां तक खेलना है. इस पर सविता ने कहा कि इंटरनेशनल लेवल पर मेडल जीतना चाहती है. सविता ने कहा कि जब राष्ट्रगान का धुन बजता है तो काफी अच्छा लगता है.
पीएम ने सविता ने पूछा कि आपके साथ कौन-कौन आये हैं, सविता ने बताया मम्मी और पापा. प्रधानमंत्री ने फिर पूछा आपके मम्मी पापा भी खेलते थे क्या? इस पर सविता ने बाताया कि नहीं, आर्चरी की शुरुआत उसने की है. बाहर जाना होता है तो मम्मी-पापा को चिंता तो नहीं होती? पीएम के इस सवाल पर सविता ने कहा कि माता पिता को किसी तरह की चिंता नहीं होती वो कोच के साथ बाहर जाती हैं.
सविता को पीएम ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 के विजेताओं से संवाद करते हुए पीएम ने कहा कि खेल के क्षेत्र में झारखंड की प्रतिभा पर देश को गर्व है. झारखंड की बेटियां कमाल कर रही हैं. उन्होंने सविता को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जो लक्ष्य आपने तय किया है उसे हासिल करें.
पीएम मोदी ने कहा कि प्यारे बच्चों, आपने जो काम किया है, आपको जो पुरस्कार मिला है, वो इसलिए भी खास है कि आपने ये सब कोरोना काल में किया है. इतनी कम उम्र में आपके द्वारा किए काम हैरान करने वाले हैं. कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया है, लेकिन एक बात मैंने नोट की है कि देश के बच्चे, देश की भावी पीढ़ी ने इस महामारी से मुकाबला करने में बहुत भूमिका निभाई है. साबुन से 20 सेकेंड हाथ धुलना हो ये बात बच्चों ने सबसे पहले पकड़ी.
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कोई तारीफ करें तो भटकना नहीं है-पीएम
पीएम मोदी बच्चों से संवाद के दौरान कहा, आपको इस सफलता की खुशी में खो नहीं जाना है. जब आप यहां से जाएंगे तो लोग आपकी खूब तारीफ करेंगे, लेकिन आपको ध्यान रखना है कि ये तारीफ आपके कर्म के कारण है, तारीफ में भटककर यदि आप रुक गए तो ये तारीफ आपके लिए बाधा बन सकती है.
जानिये कौन है सविता कुमारी
अक्षय प्रसाद गंझू और किरण देवी की सुपुत्री टंगटंग गांव, सोनहातू सिल्ली की रहने वाली हैं. कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ते हुए सविता ने पहली बार 2014 में तीरंदाजी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. 2018-19 में सविता का चयन खेलो इंडिया स्कीम में हुआ. इसी साल नई दिल्ली में पहले खेलो इंडिया स्कूल गेम्स आर्चरी चैंपियनशिप 2018-19 में सविता को चैथा रैंक मिला. साल 2017-18 मं छत्तीसगढ़ में आयोजित 63वें स्कूल नेशनल आर्चरी चैंपियनशिप में ब्रांज जीतने वाली टीम का हिस्सा थी सविता. 2018-19 में आंध्रप्रदेश में आयोजित मिनी सब जूनियर आर्चरी चैंपियनशिप में सविता ने टीम गोल्ड जीता. बांग्लादेश ढाका में 2018-19 साउथ एशियन आर्चरी चैंपियनशिप में गोल्ड जीतनेवाली टीम का सविता हिस्सा रहीं.
जिला प्रशासन ने भी किया सम्मानित
खेल में क्षेत्र में झारखंड से चयनित सविता कुमारी को जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शत्रुजंय कुमार, डीआईओ शिवचरण बनर्जी ने जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया. जिला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सप्ताह चल रहा है और इस दौरान सविता को यह पुरस्कार मिलना रांची वासियों के लिए गौरव की बात है.