न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: पलामू से मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड जैसा मामला सामने आया है. इस बालिका गृह में कुल 28 बच्चियां रह रही थी, जिनमें से दो ने 72 वर्षीय सुपरिटेंडेंट राम प्रसाद गुप्ता पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है. मामले में शिकायत के बाद शनिवार को पुलिस की एक टीम ने घंटों तक मामले की गहन जांच की. जिसके बाद पुलिस ने बच्चियों के आरोपों को सही पाया.
संचालक राम प्रसाद गुप्ता हिरासत में, कई लोगों से पूछताछ
आरोपी सुपरिटेंडेंट और बालिका गृह की एक महिला काउंसलर को हिरासत में लिया गया. एएसपी राकेश सिंह ने पुष्टि की है कि जांच में बच्चियों के यौन शोषण की घटनाएं सही पाई गई हैं और काउंसलर की संलिप्तता भी सामने आई है. वर्तमान में सुपरिटेंडेंट और महिला काउंसलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
बालिका गृह की 28 बच्चियों को सखी वन स्टॉप सेंटर में रखा गया
शिकायत मिलने के बाद, शनिवार की दोपहर मेदिनीनगर सदर की एसडीएम सुलोचना मीणा ने प्रशिक्षु डीएसपी राजीव रंजन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान और सदर अंचल के सीओ अमरदीप कुमार बलहोत्रा के साथ मिलकर बालिका गृह पहुंचकर मामले की जांच की. जांच में शिकायत को सही मानते हुए बालिका गृह को खाली कराकर सील कर दिया गया. इसके साथ ही, वहां रह रही 28 बालिकाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर परिसर में स्थानांतरित किया गया है.
बच्चियों के साथ घर ले जाकर किया था यौन शोषण
बता दें कि शुक्रवार को मानवाधिकार संगठन की एक टीम, संध्या सिंह के नेतृत्व में, बालिका गृह की स्थिति का निरीक्षण करने गई थी. इस दौरान बच्चियों ने यौन शोषण की बात बताई. बच्चियों ने बताई कि आरोपी राम प्रसाद गुप्ता का निवास बालिका गृह के निकट बैंक कॉलोनी में स्थित है. एक बच्ची ने बताया कि दीपावली से छठ के बीच, राम प्रसाद ने उसे दो बार अपने घर ले जाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. वहीं, दूसरी बच्ची ने भी बताया कि सुपरिटेंडेंट ने उसके साथ गलत व्यवहार करने का प्रयास किया था.
बालिका गृह से बाहर निकलने के लिए अधिकारियों को खुश करने की शर्त
बालिका गृह में बच्चियों के यौन शोषण की घटना के प्रकाश में आते ही पुलिस ने इसे अत्यंत गंभीरता से लिया गया. पूछताछ के दौरान लड़कियों ने बताया कि उन्हें बालिका गृह से बाहर जाने के लिए अधिकारियों को संतुष्ट करने की शर्त का सामना करना पड़ा. जांच में यह भी सामने आया है कि बालिका गृह की एक महिला कर्मचारी ने लड़कियों की कुछ तस्वीरें ली और उन्हें किसी को भेजे भी है.