अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: बुंडू थाना रोड स्थित नव-निर्मित श्री महावीर मंदिर में आगामी 30 अप्रैल को भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जा रहा है. इस ऐतिहासिक अवसर को लेकर तीन दिवसीय धार्मिक आयोजन की व्यापक तैयारियाँ चल रही हैं, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी की उम्मीद है.
28 अप्रैल को 1008 कलश यात्रा से होगी शुरुआत
आयोजन की शुरुआत 28 अप्रैल को सुबह रानीचुआ स्थल से 1008 कलशों के साथ कलश यात्रा से होगी. इस यात्रा में महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में भाग लेंगी, जो पूरे नगर में धार्मिक वातावरण का संचार करेगी. कलश यात्रा बुंडू नगर में भ्रमण करते हुए मंदिर परिसर में समापन होगी.
29 अप्रैल: नगर भ्रमण और महा स्नान
29 अप्रैल को मंदिर परिसर में मंडप पूजन, मूर्ति अधिवास एवं महा स्नान का आयोजन होगा. इसके उपरांत नगर में भगवान श्री महावीर जी का भव्य नगर भ्रमण निकाला जाएगा, जिसमें श्रद्धालुओं की विशाल टोलियां जयघोष करते हुए शामिल होंगी. यह यात्रा धार्मिक उत्सव का मुख्य आकर्षण होगी.
30 अप्रैल: मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा
मुख्य आयोजन 30 अप्रैल को संपन्न होगा, जिसमें श्री महावीर जी सहित सभी पूजनीय देवताओं की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. मंदिर को स्थायी विद्युत सज्जा, उन्नत साउंड सिस्टम और CCTV कैमरों से सुसज्जित किया गया है. थाना रोड को भगवा ध्वजों और रंग-बिरंगी लाइटिंग से सजाया जा रहा है, जो पूरे नगर को आस्था के रंग में रंग देगा.
प्रवचन, भजन और भंडारा से गुंजेगा मंदिर परिसर
तीनों दिनों तक संध्या में अयोध्या से पधारे पंडित मृत्युंजय महाराज द्वारा कथा-प्रवचन का आयोजन होगा. इसके पश्चात संगीतमय भजन संध्या और विशाल भंडारा का आयोजन होगा, जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है.
समिति का गठन, आयोजन की कमान संभाली
समारोह को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए एक समिति का गठन किया गया है
अध्यक्ष: दीपक जायसवाल
उपाध्यक्ष: पारस जायसवाल
महासचिव: मनीष कुमार भगत
सचिव: प्रमोद चौधरी, अमन जायसवाल
सह सचिव: शुभम चेल
कोषाध्यक्ष: शुभम लायेक, अंकित जायसवाल
अंकेक्षक: रितेश अमन चौरासिया
कार्यकारिणी सदस्य: महेश साहू, अंकित जैन, पंकज चौधरी, अमित जायसवाल, पिपस कुमार, रोहित प्रजापति
संरक्षक: लक्ष्मी नारायण भगत, मदन मोहन भगत, प्रमोद कुमार सिंह, अरुण जैन, मनोज कुमार सिंह, संजय शर्मा सहित कई अन्य गणमान्य लोग भी जुड़े हुए हैं.
नगरवासियों में उत्साह, ऐतिहासिक आयोजन बनने की उम्मीद
इस आयोजन को लेकर बुंडू नगर में भारी उत्साह है. स्थानीय निवासी इस आयोजन को ऐतिहासिक मान रहे हैं और बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं. धार्मिक आस्था, संस्कृति और एकता का यह पर्व निश्चित रूप से बुंडू की पहचान को और भी गौरवशाली बनाएगा.