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गुमला/डेस्क: सिसई प्रखंड अंतर्गत भदौली गांव स्थित,महादेव मंडा टांड़ में मंगलवार की सुबह आध्यात्मिकता और भक्ति से ओतप्रोत वातावरण के बीच पांच दिवसीय श्री श्री 1008 श्री हरिहर महायज्ञ एवं संगीतमय श्रीराम कथा का विधिवत शुभारंभ,भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ.
इस कलश यात्रा में 1151 श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, युवतियां, बुजुर्ग एवं बच्चे शामिल थे. सभी युवतियां एवं महिलाएं पीले रंग के साड़ी पहने तथा सभी पुरुष व बच्चे केसरिया रंग वस्त्रों में कलश यात्रा को कतारबद्ध होकर सुशोभित कर रहे थे. क्षेत्र में इस प्रकार का यह दूसरा आयोजन हो रहा है, पहला आयोजन सन 1988 में लक्ष्मीनारायण महायज्ञ हुआ था. इसके बाद इसबार दूसरा महायज्ञ हो रहा है. इस आयोजन को लेकर भारी उत्साह और श्रद्धा का माहौल बना हुआ है.पुरे क्षेत्र भक्तिमय बन गयी है.
कलश यात्रा का आरंभ प्रातः 8:30 बजे यज्ञ स्थल मंडा डाँड़ शिव मंदिर प्रांगण से वैदिक मंत्रोच्चारण एवं बैंड-बाजे की गूंज के साथ हुआ. श्रद्धालु अनुशासनपूर्वक कतारबद्ध होकर सिर पर कलश लिए हुए, मेन रोड और बसिया रोड होते हुए परास नदी तक पहुंचे. वहां वैदिक विधियों के तहत जल देवता का आह्वान कर पवित्र जल का संग्रहण (जल भरनी) किया गया. इसके बाद सभी श्रद्धालु पुनः कलश लेकर यज्ञ स्थल वापस लौटे.
यात्रा के मार्ग में भक्ति गीतों की धुन, शंख-घंटों की गूंज और श्रद्धालुओं के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो गया. मार्ग में ग्रामीणों द्वारा कलश यात्रा का स्वागत किया गया और कई स्थानों पर फूल वर्षा की गई.कलश यात्रा में मुख्य रूप से जय श्री राम, जय हनुमानजी, ॐ नमः शिवाय, हर हर महादेव की जयकारों से गूंज उठी.राम जी निकली सवारी,राम जी लीला है न्यारी.. न्यारी की गानों में कलश यात्रियों एवं श्रद्धालुओं ने जमकर नाच गान कर रहे थे.ऐसा लग रही थी, कि राम युग में वापसी हो गए.त्रेता युग की झलक दिखाई दिया.तन,मन,दिल एवं श्रद्धा पूर्वक से जय कारो लगा रहे थे.
यज्ञस्थल पहुंचने पर सभी श्रद्धालुओं के लिए आयोजन समिति द्वारा जलपान के रूप में चना-गुड़, केला और शरबत की व्यवस्था की गई थी. तत्पश्चात सभी को भंडारे का प्रसाद ग्रहण कराया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया.आज संध्या 4 बजे, अयोध्या से पधारे विद्वान पुरोहितों के द्वारा पंडित सूर्यनारायण पाठक के मार्गदर्शन में यज्ञ मंडप प्रवेश की धार्मिक प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी. यज्ञ की पूर्ण वैदिक परंपरा के अनुसार अग्नि स्थापना एवं हवन आदि अनुष्ठान बुधवार को किए जाएंगे.वहीं शाम 7 बजे से, अयोध्या से पधारीं प्रसिद्ध रामकथावाचिका मानस मंजरी वीणा मिश्रा जी के मधुर स्वर में संगीतमय श्रीराम कथा का आयोजन प्रारंभ होगा. कथा प्रतिदिन संध्या 7 बजे से होगी और यह आयोजन महायज्ञ के समापन तक जारी रहेगा.
इस आयोजन को लेकर भदौली और आसपास के गांवों में भक्ति का माहौल चरम पर है. श्रद्धालु बड़ी संख्या में यज्ञ स्थल पर पहुंच रहे हैं. स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग और युवाओं की सक्रियता से यह आयोजन अत्यंत भव्य और सुव्यवस्थित रूप में संपन्न हो रहा है. आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है,कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर पुण्य लाभ अर्जित करें और रामकथा एवं यज्ञ की महिमा को आत्मसात करें. यह महायज्ञ न केवल धार्मिक जागरण का माध्यम बना है, बल्कि सामाजिक एकता, लोक परंपराओं के संरक्षण और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभा रहा है.
प्रति दिन विशाल भंडारा एवं हवन पूजन के साथ पूर्णाहुति की जाएगी, जिसमें क्षेत्रीय जनता सहित विभिन्न जिलों से भी श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. इस आयोजन को सफल बनाने में महादेव मंडा पूजा समिति के अध्यक्ष - राजेश उरांव, उपाध्यक्ष - सचिन सिंह, किशन सिंह, गोपाल सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, सचिव - रामानन्द सिंह, सह- सचिव शुभम किशोर सिंह, कोषाध्यक्ष प्रभात साहू, उप कोषाध्यक्ष - अजय सिंह, बिट्टू सिंह, मीडिया प्रभारी -सुरेन्द्र कुमार, प्रदीप चटर्जी, पूजा प्रभारी - राहुल सिंह, विकास पंडा, गिरधर सिंह, आकाशदीप सिंह एवं कार्यकारणी सदस्यों एवं विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल के रोहित शर्मा, मुकेश श्रीवास्तव, मनोज वर्मा अरुण नारायण सिंह, राजकुमार पौराणिक, राजकिशोर सोनी, अरुण सिंह तथा कई सारे समाज सेवियों का विशेष योगदान रहा.
सुरक्षा व विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से तैनात रही पुरुष बल के साथ साथ जैप के महिला पुलिस बल की भी तैनाती देखी गई.वहीं थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह पुलिस बल सहित कलश यात्रा के साथ चल रहे थे.