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सिमडेगा/डेस्क: गढ़वा के विशुन पुरा प्रखंड के बीडीओ हीरक मन्ना केरकेट्टा के मौत पर झाप्रासे संघ ने संदेह जताते हुए इसे आत्महत्या नहीं बताया है. बता दें कि गढ़वा जिले के विशुनपुरा बीडीओ हीरक मन्ना केरकेट्टा का शव उनके विशुनपुरा स्थित आवास में शनिवार को रस्सी से झूला हुआ मिला था. जिसे गढ़वा पुलिस द्वारा आत्महत्या बताया गया था. रविवार को बीडीओ मन्ना केरकेट्टा का शव उनके पैतृक आवास सिमडेगा पहुंचा. जहां डीडीसी संदीप कुमार, एसडीओ सुमंत कुमार, एनडीसी ओम प्रकाश यादव सहित कई अधिकारी पहुंच कर उन्हे श्रद्धांजलि दी. इस दौरान मृतक बीडीओ की बहन जो तीस हजारी कोर्ट में जज है. उसने सिमडेगा प्रशासनिक अधिकारी के पास बीडीओ के मौत पर संदेश जताते हुए इसे हत्या बताया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक बीडीओ का बिसुनपुरा सीओ और सीआई से कुछ बहस भी हुआ था. जिसके दो दिन के बाद ये घटना घटी. सिमडेगा झाप्रासे संघ के अध्यक्ष डीडीसी सिमडेगा संदीप कुमार ने घटनास्थल की तस्वीर के अनुसार बीडीओ के मौत को संदेहास्पद बताया. उन्होंने कहा की बीडीओ की मौत की जांच करवाई जायेगी.
इनको श्रद्धांजलि देने के बाद झाप्रासे संघ सिमडेगा इकाई के लोग डीडीसी संदीप कुमार की अगुवाई में सिमडेगा परिसदन में बैठक कर बीडीओ हीरक मन्ना केरकेट्टा के मौत पर चर्चा करते हुए इस घटना को हत्या के बाद आत्महत्या का रूप देने की साजिश बताई गई. बैठक के दौरान संघ के लोगों ने निर्णय लिया कि वे मांग करेंगे कि सरकार से एसआईटी गठित कर इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए. संघ ने कहा कि संघ के तरफ से भी एक टीम गढ़वा जाकर वहां वस्तु स्थिति से अवगत होगी.
मौके पर डीडीसी संदीप कुमार, एनडीसी ओम प्रकाश यादव, एसी ज्ञानेंद्र, एसडीओ सुमंत तिर्की, डीसीएलआर अरुणा चौधरी सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.