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रांची/डेस्क: अगर आप सोचते है कि सूरज हमेशा सुबह 5 या 6 बजे उगता है, तो आपको अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में बसे डोंग गांव की सैर करनी चाहिए. यहां सूरज रात के 2 से 3 बजे के बीच ही उगने लगता है और यह भारत में पहला सूर्योदय देखने की जगह के रूप में मशहूर हैं. डोंग गांव समुद्र तल से 1240 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, भारत के पूर्वोत्तर का छुपा हुआ रत्न हैं. इसे 'उगते सूरज की भूमि' के रूप में भी जाना जाता हैं. यहां के अद्भुत सूर्योदय को देखने के लिए पर्यटक देश-विदेश से आते हैं.
आधी रात का सफर
सूर्योदय का यह अनुभव लेना आसान नहीं हैं. पर्यटकों को रात में 2 बजे से ही डोंग घाटी के सबसे ऊंचे शिखर तक पहुंचना होता हैं. यहां से आसमान में धीरे-धीरे फैली सूरज की लालिमा और पहाड़ियों पर बिखरती सुनहरी रोशनी का नजारा वाकई दिल को छू लेने वाला होता हैं.
डोंग गांव में रहने वाले स्वदेशी जनजाति के लोग अपनी सांस्कृतिक विरासत और प्रकृति के साथ सामंजस्य के लिए जाने जाते हैं. सूर्योदय के इस अलौकिक नजारे को उनकी जीवनशैली और मान्यताओं का हिस्सा भी माना जाता हैं.
पर्यटन का बढ़ता केंद्र
डोंग गांव धीरे-धीरे साहसिक और प्राकृतिक पर्यटन का केंद्र बनता जा रहा हैं. अगर आप शांति, संस्कृति और प्रकृति का संगम देखना चाहते है, तो डोंग गांव की यात्रा आपके लिए एक यादगार अनुभव हो सकती हैं. तो अगली बार जब आप सूरज के उगने का खास अनुभव लेना चाहें, तो डोंग गांव का रुख जरूर करें और भारत के पहले सूर्योदय का गवाह बनें.