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रांची/डेस्क: इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव काफी रोचक था. इसके परिणाम आए हुए चार दिन हो गए है. भारतीय जनता पार्टी 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापस आई है. लेकिन परिणाम आने के चार दिनों के बाद भी अब तक भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर नहीं लगाई है. भीतर खाने में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर खूब मंथन किया जा रहा है. कई अलग-अलग चेहरे के दावे किए जा रहे है. लेकिन आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी का दावों के उलट फैसले लेने का पुराना तरीका है. भाजपा का यह तरीका राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के चुनाव के दौरान देखा जा चुका है. ऐसे में दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सस्पेंस अभी भी बना हुआ है. लेकिन कल रात यानी मंगलवार 11 फरवरी को भाजपा के दो बड़े दिगाजों के बीच यानी अमित शाह और जेपी नड्डा की करीब एक घंटे तक बैठक चली. ऐसे में अंदरखाने से यह खबर आ रही है कि रविवार 16 फरवरी के बाद कभी भी दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो सकती है.
आपको बता दें कि मंगलवार 11 फरवरी के रात करीब एक घंटे तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के बीच बैठक चली. मिली जानकारी के अनुसार, उनके इस बैठक के दौरान दिल्ली में सरकार गठन और मुख्यमंत्री के लिए संभावित नामों पर चर्चा भी हुई. इसके बाद यह फैसला लिया गया कि 16 के बाद भाजपा के विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी.
आपको बता दें कि जेपी नड्डा ने अमित शाह से मिलने से पहले. भाजपा के कुछ विधायकों से भी मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान उन्होंने विधायकों से दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर उनका मन टटोला था. हालांकि विधायकों ने उनके और जेपी नड्डा के बीच के मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात बताया था.
कौन बनेगा CM परवेश या महिला मुख्यमंत्री या पूर्वांचली?
दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा इस लिस्ट में टॉप पर चल रहे है. आपको बता दें कि जैसे ही उन्हें पता चला कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को हरा दिया है. वह तुरंत अमित शाह से मिलने गए थे. उनकी जेपी नड्डा से भी मुलाकात हुई थी. ऐसे में दिल्ली के सीएम के तौर पर मोहन सिंह बिष्ट का भी नाम लिया जा रहा है.
इस बात की भी खूब चर्चा हो रही है कि दिल्ली में भाजपा एक महिला मुख्यमंत्री भी दे सकती है. ऐसे में ग्रेटर कैलाश सीट से विजय होने वाली शिखा राय की भी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. आपको बता दें कि शिखा राय ने सौरभ भारद्वाज को चुनाव हराया है. सीएम बनने के दौड़ में नजफगढ़ विधायक नीलम पहलवान और वजीरपुर विधायक पूनम शर्मा का भी नाम शामिल है.
इस दौरान कुछ बातें को स्पष्ट तौर पर की जा रही है कि इस बार दिल्ली का मुख्यमंत्री चुने गए विधायकों के बीच से ही कोई होगा. इसके मतलब यह साफ़ है कि बाहर के किसी व्यक्ति या सांसदों को सीएम नहीं बनाया जाएगा. इस बात की भी चर्चा तेज है कि भारतीय जनता पार्टी इस बार होने वाले बिहार विधानसभा को देखते हुए कोई पूर्वांचल बैकग्राउंड वाले को सीएम बना सकती है.