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रांची/डेस्क: झारखंड मुक्ति मोर्चा के नाला के विधायक रविंद्र नाथ महतो को लगातार दूसरी बार सर्वसहमति से झारखंड विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया है. वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष अब तक विधानसभा नेता प्रतिपक्ष कचूनाव नहीं कर पाई है. विधानसभा फिलहाल नेता प्रतिपक्ष विहीन है और इसपर सस्पेंस बरकरार. विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी अब तक विधायक दल का नेता चुनने में असफल है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी से जब इस मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने भी नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इसके नाम का खुलासा नहीं किया.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में सरायकेला से भारतीय जनता पार्टी के विधायक चंपई सोरेन से जब इस मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह नेता प्रतिपक्ष बनने की रेस में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी का आलाकमान अगर उन्हें ये दायित्व देगी तो वह विचार कर सकते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर के बाद नेता प्रतिपक्ष का चयन कर लिया जाएगा.
कौन हो सकता है नेता प्रतिपक्ष?
सियासी गलियारों में चर्चा है कि रांची से लगातार सातवीं बार विधायक निर्वाचित हुए सीपी सिंह नेता प्रतिपक्ष बनाए जा सकते हैं. पार्टी के अंदर का एक वर्ग विधायक सीपी सिंह को नेता प्रतिपक्ष के रूप में देखना चाहता है. इसकी वजह ये है कि सीपी सिंह भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेता में से एक हैं और उन्होंने अपना राजनीतिक करियर भारतीय जनता पार्टी से ही शुरू किया है.