आर्यन श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
कोडरमा/डेस्क: कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के विस्थापितों ने प्लांट प्रबंधन के द्वारा मूलभूत समस्याओं को नजर अंदाज किए जाने के विरोध में प्रभावित संघर्ष समिति, बाँझेडीह द्वारा केटीपीएस के समीप एक बैठक की जिसमें समस्याओं का समाधान नहीं होने की स्थिति में 16 जनवरी से प्लांट में तालाबंदी करने का निर्णय लिया है. बरकट्ठा विद्यालय अमित यादव के निर्देश पर आयोजित बैठक में केटीपीएस के कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए समिति के पदाधिकारियों ने अपनी बातें रखी. समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि जिस समय इस प्लांट का निर्माण कार्य शुरू हुआ, उस समय डीवीसी के पदाधिकारियों ने विस्थापितों से कई वादे किए थे, लेकिन सब के सब वादे झूठे निकले. प्लांट निर्माण से पहले कहा गया था कि प्रभावित परिवारों को शत प्रतिशत नौकरी दी जाएगी, बिजली, पानी स्वास्थ्य, शिक्षा आदि सुविधा मुहैया कराई जाएगी. लेकिन आज भी विस्थापित इन सभी सुविधाओं से वंचित हैं. उन्होंने कहा कि पहले जब यहां केटीपीएस में 1 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन होता था उसी से होने वाले प्रदूषण से हमलोग परेशान थे. अब ऐसे में 1600 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादन होने से समस्या और बढ़ जाएगी. विस्थापितों ने कहा कि अगर डीवीसी विस्थापित नीति के तहत विस्थापितों को सुविधा मुहैया नहीं कराती है और हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो हम 16 जनवरी को उग्र आंदोलन करेंगे.