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रांची/डेस्क: 23 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 10,972 करोड़ रुपए की 23 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे इसके साथ ही पीएम मोदी वाराणासी-रांची-कोलकात्ता एक्सप्रेसवे निर्माण से पूर्व पैकेज के हिस्से के तौर पर 3,344 करोड़ रुपए की कुल 13 नई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे.
जानें किन-किन परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे PM
बता दें, अपने संसदीय क्षेत्र से जिन परियोजनाओं का पीएम मोदी शिलान्यास करेंगे उनमें वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के घटक (कॉम्पोनेंट्स) बनाने के लिए भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड की इकाई की स्थापना, NIFT (राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान) कैंपस, एक मेडिकल कॉलेज समेत परमाणु ऊर्जा विभाग की सामान्य जैव-चिकित्सा अपशिष्ट निपटान सुविधा की स्थापना को सम्मिलित किया गया है.
वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे की ये है खासियत
आपको बता दें, पीएम मोदी जिन परियोजनाओं का शिलान्यास करने वाले है उनमें से एक 6 लेन वाला वाराणासी-रांची-कोलकात्ता एक्सप्रसवे परियोजना भी शामिल है. इसके निर्माण होने से वाराणासी-कोलकात्ता के बीच की दूरी कम होगी. बता दें, वाराणसी से कोलकाता जाने में करीब 15 घंटे का समय लगता है जो अब एक्सप्रेसवे के बनने के बाद कम होकर 9 घंटे ही रह जाएगा.
23 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी वाराणासी-रांची-कोलकात्ता एक्सप्रेसवे निर्माण के पहले पैकेज का आधारशिला रखेंगे. जिसकी कुल लागत अधिग्रहण के साथ 1,317 करोड़ रुपए हैं. वहीं इस पैकेज के अंतर्गत 27 किमी. ग्रीन बेल्ट सड़क का निर्माण कार्य को सम्मिलित किया गया है. इसे एक्सप्रेसवे से देश के कई बड़े और प्रमुख शहर जुड़ेंगे जिससे लॉजिस्टिक कॉस्ट कम तो होगी ही इसके साथ ही क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों पर भी तेजी आ जाएगी.
जानें कहां, कौन से शहर को जोड़ेगा यह एक्सप्रेसवे
6 लेन वाले इस हरित वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे को NHAI ने NH319B का नाम दिया है. यह एक्सप्रेसवे करीब 610 किमी. लंबा होगा जो पुरुलिया से होते हुए पश्चिम बंगाल में एंट्री करेगा लेकिन इससे पहले यह एक्सप्रेसवे बिहार और झारखंड के चार जिलों को भी जोड़ने का काम करेगा.
बता दें, यह एक्सप्रेसवे वाराणासी से शुरू होगा जो यूपी (उत्तर प्रदेश) के चौदाली की सीमा पर चांद में बिहार में एंट्री करेगा इसके बाद करीब 160 किमी. के बाद गया जिला के इमामगंज में बाहर निकलेगा. इसके बाद सासाराम के तिलौथू स्थित सोन नदी को क्रॉस करते हुए जीटी रोड के जिरए औरंगाबाद में एंट्री करने के लिे कैमूर की पहाड़ियों में 5 KM की सुरंग प्रस्तावित किए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, वाराणासी-रांची-कोलकात्ता एक्सप्रेसवे की कुल लागत करीब 35000 करोड़ रूपए की होगी. झारखंड में यह एक्सप्रेसवे चतरा जिला के हंटरगंज से होते हुए प्रदेश में एंट्री करेगा इसके बाद हजारीबाग और रामगढ़ जिला होते हुए कोलकात्ता (पश्चिम बंगाल) के पुरूलिया में प्रवेश करेगा. बता दें, वाराणासी-रांची-कोलकात्ता एक्सप्रेसवे के निर्माण होने से वाराणासी और कोलकात्ता के बीच की दूरी (690 KM) सिर्फ 9 घंटे में तय हो जाएगी. इस वक्त इन दोनों शहरों में सफर करने में 14 से 15 घंटें का समय लगता है.