श्रीकांत/न्यूज़11 भारत
गिरिडीह/डेस्क: ग्रामीणों द्वारा सड़को को बनवाने की मांग करते हुए वर्षो बीत जाते हैं फिर जाकर कही बड़ी मुश्किल से मांग पूरी होने के बाद सड़क बनाने या मरम्मत की स्वीकृति मिलती है. ग्रामीणों की मांग पर सरकार करोड़ों रुपए सड़क निर्माण के लिए स्वीकृत करती है ताकि क्षेत्र का विकास संभव हो इलाके के लोगो को सहूलियत हो लेकिन सड़क निर्माण से पहले ही ठेकेदार और अधिकारियों के बीच राशि की बंदरबांट के लिए प्लान तैयार हो जाता है.
ताजा मामला सदर प्रखंड के बड्डीहा से अग्दोनी खुर्द तक ग्रामीण सड़क कार्य विभाग द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सुदृढ़ीकरण कार्य के दौरान देखने को मिली.जब सड़क से भ्रष्टाचार की परत उखड़ने लगी है .सड़क बने एक साप्ताह का वक़्त भी नही बिता है और सड़क जगह जगह टूटने व उखण्डे लगी है . बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं.
ग्रामीणों में आक्रोश कहा लूट व कमिसिन के लिए बनाई जा रही सड़क
सुबह ग्रामीणों ने सड़क पर आंकर प्रदर्शन किया व विभाग और संवेदक के खिलाफ जमकर नारेबाक़ी की .ग्रामीणों ने कहा कि चार दिन भी नही बीते है सड़क को बने हुए और सड़क कई स्थानों पर खड़ने लगी है . बड़े वाहनों की बात तो छोड़ दीजिए साइकिल तक की सड़क पर चलने के लायक नहीं है. ना विभाग का कोई अधिकारी आता है ना ही संवेदक यहां की शुध लेने पहुंचते हैं. ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच उच्च स्तरीय कमेटी से कराई जाए और दोषी पदाधिकारी और संवेदक के खिलाफ कार्रवाई हो ताकि यह सड़क सिर्फ चुनावी जुमला बनकर न रह जाए.
वहीं विभाग के कार्यपालक अभियंता ने इस मामले में कहा है कि इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जहां भी सड़क खराब हुई है उसे तुरंत बनाया जाएगा और संवेदक के खिलाफ भी कार्यवाई की जाएगी किसी भी तौर पर गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा.
लेकिन सवाल यह उठता है कि ऐसी सड़क बनाई ही क्यों जाती है क्या महज लूट और कमिसन के लिए योजना तैयार की जाती है. दरअसल कई सके अपने 5 साल के टर्म को पूरा भी नहीं कर पाती हैं और उसके पहले ही जर्जर हो जाती हैं. रिपेयरिंग और मेंटेनेंस के नाम पर फंड का कोई अता-पता नहीं रहता. तब तक उस सड़क पर भ्रष्टाचार की नई परत चढ़ा दी जाती है. जरूरत है कि सड़क निर्माण के दौरान ही अधिकारी बेहतर गुणवत्ता के साथ इसका निर्माण कार्य को करे ताकि इलाके व क्षेत्र के विकास को गति दी जा सके .