प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग जिले में एक ऐसा प्रखंड है, जिसका नाम भी बोलने से वहां के लोग झिझकते हैं. जो भी इस प्रखंड का नाम सुनता एक बार मुस्कुरा देता है. जब भी लोग वहां के लोगो से उनके प्रखंड का नाम पूछते लोग परेशान हो जाते. प्रखंड का नाम बताने में उन्हें शर्मिदगी का एहसास होता. इस प्रखंड का नाम है " दारू". दारू का मतलब आम तौर पर मदिरा, शराब होता. जब भी इस प्रखंड का जिक्र होता तो लोग मुस्कुरा देते और वहां के लोगो को शर्मिंदगी का एहसास होता. इस प्रखंड के लोग बताते हैं की " दारू" नाम सुनते ही लोग उनका मजाक उड़ाना शुरू कर देते हैं. खूब ठहाके लगाते है. उन्हें लोगों को सफाई देनी पड़ती की शराब वाली दारू नही, इसका मतलब दूसरा होता. यह जगह का नाम हैं.
दरअसल, दारू का मतलब देवदार के पेड़ होता. दारू देवदार शब्द का पर्याववाची शब्द है. यह एक पेड़ का नाम हैं. यह वृक्ष अपनी लंबाई और लंबी उम्र के कारण जंगल में विशेष स्थान रखता. इस प्रखंड की आबादी 52, 305 है. इनमे 27, 022 पुरुष और 25, 283 महिलाए हैं.इस ब्लाक का सक्छरता दर 71.08 है. महिला भी शिक्षित है, जिसका दर 81.39 है.इस प्रखंड में करीब 52 गांव में लोग निवास करते हैं. इस प्रखंड में कई समुदाय के लोग रहते हैं. शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रखंड की अलग पहचान है. प्रखंड के लोग डाक्टर, नेता, इंजीनियर, शिक्षक समेत कर सरकारी नौकरी में देश और राज्य की सेवा कर रहे हैं. लोग बताते हैं कि अब इस प्रखंड का नाम बदला जाना चाहिए.