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रांची/डेस्क: झारखंड विधासभा चुनाव के लिए पहले चरण में मतदान 13 नवंबर को होने वाली है. इसमें कुल 43 सीटों में मतदान होने वाला है. इसमें कुल 683 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरेंगे. इन सबकी निगाहें 13 नवंबर पर टिकी हुई है. इन सारे सीटों पर एनडीए और इंडी गठबंधन के बीच मुख रूप से टक्कर होने वाली है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि इन 43 सीटों पर किन दिग्गजों के बीच होने वाली है सीधी टक्कर.
बडकागांव में अंबा और रोशन के बीच कड़ा मुकाबला
बडकागांव विधानसभा सीट पर कांग्रेस की सीटिंग विधायक और भाजपा प्रत्याशी रोशन लाल चौधरी के बीच सीधी टक्कर होने वाली है. यह सीट झारखंड की एक हॉट सीट मानी जाती है. अंबा प्रसाद ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव इस सीट से जीता था. उन्हें कुल 98862 वोट मिले थे. वहीँ रोशन लाल चौधरी आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ें थे. उन्हें कुल 67348 वोट मिले थे. वहीँ भाजपा के लोकनाथ महतो को कुल 31761 वोट मिले थे. इस चुनाव में झाविमो के दुर्गा चरण प्रसाद को कुल 3347.
हजारीबाग में कांग्रेस-भाजपा के बीच रोचक मुकाबला
हजारीबाग में एक बार फिर से भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला तय है. इस सीट से पिछले दो चुनाव में मनीष जायसवाल को जीत मिली थी.लेकिन इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में उनके सांसद बनने के बाद भाजपा ने इस सीट से प्रदीप प्रसाद को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी मुन्ना सिंह होंगे. प्रदीप प्रसाद पहले कांग्रेस में थे. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर 2014 का चुनाव भी लड़ा था. लेकिन भाजपा के मनीष जायसवाल जीत गए थे. इसके कुछ समय बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ा और भाजपा में शामिल हो गए.
चतरा में लोजपा-आर और आरजेडी के बीच टक्कर
चतरा में इस बार मंत्री सत्यानंद भोक्ता के बजाय उनकी बहु रश्मि प्रकाश को आरजेडी प्रत्याशी बनाया गया है. उनके सामने एनडीए से लोजपा-आर के टिकट पर पूर्व विधायक जनार्दन पासवान को टिकट दिया गया है.
बहरागोड़ा में दिनेशानंद और समीर आमने सामने
इस सीट से झामुमो ने सीटिंग विधायक समीर मोहंती को एक बार फिर से चुनाव लड़ने का मौका दिया है. उनके सामने भाजपा के वरिष्ट नेता पूर्व विधायक दिनेशानंद गोस्वामी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले है. समीर मोहंती ने इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में जमशेदपुर सीट से चुनाव भी लड़ा था लेकिन वह हार गए थे.
घाटशिला में मंत्री रामदास सोरेन और चंपाई सोरेन के पुत्र के बीच सीधी टक्कर
इस सीट से भाजपा ने इस बार पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के पुत्र को चुनाव लड़ने का मौका दिया है. वहीँ झामुमो के रामदास सोरेन उनके सामने होंगे.
पोटका में संजीव सरकार के सामने मीरा मुंडा
पोटका में इस बार संजीव सरदार के सामने भाजपा प्रत्याशी पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी चुनावी मैदान में होंगी. भाजपा की मेनका सरदार इस सीट से विधायक रह चुकी है. उन्होंने मीरा मुंडा के समर्थन में चुनाव प्रचार भी किया था. इस सीट में साल 2000 से ही भाजपा और झामुमो के बीच सीधी टक्कर होती है.
जुगसलाई में मंगल कालिंदी और रामचंद्र सहिस आमने सामने
जुगसलाई विधानसभा सीट से इस बार एनडीए के ओर से आजसू प्रत्याशी रामचंद्र सहिस चुनाव लड़ रहे है. उनके सामने झामुमो के मंगल कालिंदी होंगे. साल 2019 का चुनाव झामुमो ने जीता था. रामचंद्र सहिस इस सीट से दो बार के विधायक रह चुके है.
जमशेदपुर पूर्वी में कांग्रेस के अजय कुमार और पूर्व सीएम की बहु पूर्णिमा साहू आमने सामने
इस सीट को भाजपा का गढ़ मां जाता है. इस बार भाजपा ने ओडिशा के राज्यपाल की बहु पूर्णिमा साहू को चुनावी मैदान में उतारा है. उनके सामने कांग्रेस के डॉ. अजय कुमार चुनाव लड़ रहे है. यह मुकाबला काफी रोचक होने वाला है. इस सीट से दोनों ही प्रत्याशियों की मान डाव पर लगी हुई है.
जमशेदपुर पश्चिम से बन्ना और सरयू आमने सामने
इस सीट भाजपने ओपने सहयोगी दल जेडीयू के लिए छोड़ी थी. जेडीयू ने इस सीट से सरयू राय को चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट पर बन्ना गुप्ता एक बार फिर से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे है. इस सीट से सरयू राय दो बार के विधायक भी रह चुके है.
ईचागढ़ से आजसू और झामुमो के बीच दिशी टक्कर
ईचागढ़ से झामुमो में एक बार फिर से सविता महतो को चुनावी मैदान में उतारा है. उनके सामने आजसू के हरेलाल महतो चुनाव लड़ रहे है. इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार अरविंद सिंह आयर जेएलकेएम प्रत्याशी तारों महतो ने इस मुकाबले को और भी रोचक बना दिया है. इस सीट से अरविंद सिंह दो बार चुनाव जीत कर विधायक भी बने है.
सरायकेला में चंपाई सोरेन और गणेश महाली आमने सामने
सरायकेला में इस बार 6 बार के विधायक चंपाई सोरेन भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे है. उनके सामने झामुमो ने भाजपा से आए गणेश महाली को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस सीट के चुनाव परिणाम पर सब्जी नजर टिकी हुई है.
चाईबासा में गीता बलमुचू देंगी मंत्री दीपक बिरुआ को चुनौती
चाईबासा विधानसभा सीट से तीन बार लगातार चुनाव जीतने वाले दीपक बिरुआ के खिलाफ बीजेपी ने गीता बलमुचू को चुनावी मैदान में उतारा है. 2005 में इस सीट पर बीजेपी के पुत्कर हेम्ब्रम ने जीत हासिल की थी.
मझगांव बड़कुंवर गगराई और निरल पुरती आमने सामने
मझगांव विधानसभा सीट से जेएमएम के निरल पुरती को इस बार बीजेपी के बड़कुंवर गगराई से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. निरल पुरती इस सीट से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं, जबकि 2009 में बीजेपी के बड़कुंवर गगराई ने यहां जीत हासिल की थी.
जगन्नाथपुर में गीता कोड़ा और सोनाराम सिंकू के बीच मुकाबला
जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है. गीता कोड़ा 2009 और 2014 में जय भारत समानता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीत चुकी हैं, जबकि 2019 में कांग्रेस के सोनाराम सिंकू ने यहां जीत हासिल की थी. इस बार सोनाराम सिंकू फिर से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं.
मनोहरपुर से मांझी के पुत्र जगत मांझी और दिनेश चंद्र बोईपाई चुनाव
मनोहरपुर से जोबा मांझी के बेटे जगत मांझी चुनाव मैदान में हैं, जबकि आजसू पार्टी के दिनेश चंद्र बोईपाई भी चुनावी दंगल में हैं. जोबा मांझी के सांसद बनने के बाद अब उनके बेटे ने चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाई है.
चक्रधरपुर में शशि भूषण सामड़ और सुखराम उरांव बीच टक्कर
चक्रधरपुर में सुखराम उरांव और शशि भूषण सामड़ के बीच मुकाबला हो रहा है. शशि भूषण सामड़ ने 2014 में जेएमएम के टिकट पर चुनाव जीतने में सफलता पाई थी, जबकि सुखराम उरांव ने 2005 और 2019 में जीत हासिल की थी.
खरसावां में बीजेपी के सोनाराम बोदरा और जेएमएम के दशरथ गगराई के बीच टक्कर
खरसावां विधानसभा सीट से इस बार बीजेपी ने सोनाराम बोदरा को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि जेएमएम ने फिर से दशरथ गगराई को प्रत्याशी घोषित किया है. दशरथ गगराई 2014 और 2019 में इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं.
तमाड़ में गोपाल कृष्ण पातर (राजा पीटर) और विकास मुंडा और के बीच टक्कर
इस सीट से झामुमो ने विकास सिंह मुंडा को एक बार फिर से अपना प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने साल 2014 और 2019 में इस सीट से चुनाव जीता था. भाजपा ने अपने सहयोगी दल जेडीयू के लिए यह सीट छोड़ी है. जेडीयू ने इस सीट से गोपाल कृष्ण पातर (राजा पीटर) को चुनावी मैदान में उतारा है.
तोरपा में सुदीप गुड़िया और कोचे मुंडा के बीच रोचक मुकाबला
तोरपा विधानसभा सीट पर बीजेपी ने फिर से विधायक कोचे मुंडा को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि जेएमएम ने सुदीप गुड़िया को अपना उम्मीदवार बनाया है. कोचे मुंडा ने 2005 में भी इस सीट पर जीत हासिल की थी.
लगातार छठी बार खूंटी से नीलकंठ मुंडा जीत के लिए प्रयासरत
खूंटी से बीजेपी प्रत्याशी नीलकंठ सिंह मुंडा लगातार छठी बार जीत हासिल करने के लिए प्रयासरत हैं. नीलकंठ सिंह मुंडा 2000 से अब तक इस सीट से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं. उनके मुकाबले जेएमएम ने राम सूर्य मुंडा को उम्मीदवार बनाया है.
रांची में सीपी सिंह सातवीं बार मैदान में, झामुमो से महुआ माझी सामने
रांची विधानसभा सीट से बीजेपी के सीपी सिंह लगातार सातवीं बार चुनावी मैदान में हैं. उन्होंने 1996 के उपचुनाव में पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की थी, और तब से लगातार सफल होते आ रहे हैं. इस बार जेएमएम की महुआ माजी उन्हें कड़ी चुनौती दे रही हैं. पिछले चुनाव में महुआ माजी करीब 6 हजार वोटों से हार गई थीं.
हटिया से अजय नाथ शाहदेव और नवीन जायसवाल को आमने सामने
हटिया से बीजेपी विधायक नवीन जायसवाल को इस बार कांग्रेस के अजय नाथ शाहदेव कड़ी टक्कर दे रहे हैं. नवीन जायसवाल ने 2012 के उपचुनाव में पहली बार यहां जीत हासिल की थी, इसके बाद 2014 में जेवीएम और 2019 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतने में सफल रहे.
कांके में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर
कांके विधानसभा सीट से बीजेपी ने इस बार समरी लाल का टिकट काटकर डॉ. जीतु चरण राम को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने एक बार फिर से सुरेश बैठा को प्रत्याशी घोषित किया है. सुरेश बैठा लगातार चार चुनावों से दूसरे स्थान पर रहे हैं.
मांडर में बीजेपी के सन्नी और कांग्रेस की शिल्पी नेहा के बीच टक्कर
मांडर विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की को बीजेपी के सन्नी टोप्पो से कड़ी चुनौती मिल रही है. शिल्पी नेहा तिर्की ने 2022 के उपचुनाव में इस सीट से जीत हासिल की थी, जबकि उनके पिता बंधु तिर्की 2005, 2009 और 2019 में यहां से विधायक रहे हैं.
सिसई में अरुण उरांव और जिग्गा सुसारान होरो और के बीच मुकाबला
सिसई विधानसभा सीट पर जेएमएम विधायक जिग्गा सुसारन होरो को इस बार बीजेपी के अरुण उरांव से कड़ी टक्कर मिल रही है. अरुण उरांव पूर्व आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं, और उनके पिता, ससुर और पत्नी का इस क्षेत्र में मजबूत जनाधार रहा है.
गुमला में जेएमएम के भूषण तिर्की और बीजेपी के सुदर्शन भगत के बीच लड़ाई
गुमला से जेएमएम ने एक बार फिर विधायक भूषण तिर्की को अपना उम्मीदवार बनाया है. भूषण तिर्की 2005 और 2009 में इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं, जबकि बीजेपी ने पूर्व सांसद सुदर्शन भगत को प्रत्याशी बनाया है.
बिशुनपुर में चमरा लिंडा से सामने पूर्व सांसद समीर उरांव
बिशुनपुर विधानसभा सीट पर जेएमएम के चमरा लिंडा चौथी बार जीत हासिल करने के लिए प्रयासरत हैं. बीजेपी ने इस बार उनके सामने पूर्व सांसद समीर उरांव को उतारा है. वहीं, चमरा लिंडा को जेएमएम के बागी जगन्नाथ उरांव और कांग्रेस के शिवकुमार भगत भी कड़ी चुनौती दे रहे हैं.
सिमडेगा में कांग्रेस के भूषण बाड़ा और बीजेपी के श्रद्धानंद के बीच लड़ाई
सिमडेगा विधानसभा सीट से बीजेपी ने इस बार श्रद्धानंद बेसरा को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने विधायक भूषण बाड़ा को फिर से टिकट दिया है. बीजेपी इस सीट से 2009 और 2014 में भी जीत हासिल कर चुकी है. वहीं, एनोस एक्का की बेटी आयरीन एक्का भी चुनाव में उतरी हैं.
कोलेबिरा में सुजान, संदेश एक्का और कोंगाड़ी के बीच मुकाबला
कोलेबिरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी को फिर से उम्मीदवार बनाया है. कोंगाड़ी इस बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए प्रयासरत हैं. बीजेपी ने उनके खिलाफ सुजान जोजो को मैदान में उतारा है, जबकि झारखंड पार्टी ने एनोस एक्का के बेटे संदेश एक्का को उम्मीदवार घोषित किया है.
लोहरदगा में नीरू शांति भगत दे रहीं मंत्री रामेश्वर उरांव को चुनौती
एक बार फिर से लोहरदगा विधानसभा सीट से कांग्रेस ने डॉ. रामेश्वर उरांव अपना प्रत्याशी बनाया है. इस सीट को भाजपा ने अपने सहयोगी दल आजसू पार्टी के लिए छोड़ दिया है. आजसू ने पूर्व विधायक कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस सीट से कमल किशोर भगत दो बार चुनाव जीत चुके हैं.
मनिका में हरिकृष्ण सिंह और रामचंद्र सिंह के बीच फिर से मुकाबला
मनिका विधानसभा सीट से कांग्रेस ने एक बार फिर विधायक रामचंद्र सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने हरिकृष्ण सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. हरिकृष्ण सिंह 2009 और 2014 में यहां से चुनाव जीत चुके हैं, वहीं रामचंद्र सिंह ने 2005 और 2019 में इस सीट पर विजय हासिल की थी.
लातेहार में बीजेपी के प्रकाश राम दे रहे मंत्री बैद्यनाथ राम को चुनौती
लातेहार विधानसभा सीट से जेएमएम ने एक बार फिर मंत्री बैद्यनाथ राम को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने प्रकाश राम को प्रत्याशी घोषित किया है. प्रकाश राम 2005 और 2014 में भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं.
पांकी में लाल सूरज, बिट्टू सिंह और शशिभूषण के बीच मुकाबला
पांकी विधानसभा सीट पर इस बार बीजेपी के शशिभूषण मेहता, कांग्रेस के लाल सूरज और निर्दलीय देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह के बीच मुकाबला हो रहा है. बिट्टू सिंह यहां एक बार उपचुनाव में जीत चुके हैं, और उनके पिता भी इस सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं. वहीं, लाल सूरज के पिता मधु सिंह भी पांकी के विधायक रह चुके हैं.
डालटनगंज में केएन त्रिपाठी,दिलीप और आलोक नामधारी के बीच टक्कर
डाल्टनगंज में बीजेपी के आलोक चौरसिया हैट्रिक बनाने के प्रयास में फिर से चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस ने केएन त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने 2009 में इस सीट से चुनाव जीतने में सफलता पाई थी. वहीं, दिलीप नामधारी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. दिलीप के पिता, इंदर सिंह नामधारी भी इस सीट से कई बार चुनाव जीत चुके हैं.
विश्रामपुर में बीजेपी के रामचंद्र चंद्रवंशी को कांग्रेस के सुधीर चंद्रवंशी आमने सामने
विश्रामपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने रामचंद्र चंद्रवंशी को अपना उम्मीदवार बनाया है. उनका मुकाबला आरजेडी के नरेश सिंह और कांग्रेस के सुधीर चंद्रवंशी से है. इसके अलावा, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश मेहता भी यहां से चुनावी मैदान में हैं.
छतरपुर में कांग्रेस,बीजेपी, और आरजेडी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला
छतरपुर विधानसभा सीट से बीजेपी ने विधायक पुष्पा देवी को फिर से चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय लिया है, जबकि कांग्रेस ने राधाकृष्ण किशोर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. आरजेडी के विजय राम भी इस बार चुनाव में हैं, जिन्होंने पिछली बार यहां दूसरे स्थान पर रहने का कारनामा किया था. राधाकृष्ण किशोर भी अब तक विभिन्न पार्टियों के टिकट पर यहां से पांच बार चुनाव जीत चुके हैं.
हुसैनाबाद मेंआरजेडी-बसपा बीजेपी के कमलेश सिंह को दे रहे चुनौती
हुसैनाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी ने इस बार कमलेश कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है. कमलेश सिंह ने 2019 में एनसीपी के टिकट पर यहां जीत हासिल की थी. इस बार उनके खिलाफ आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव चुनावी मैदान में हैं, जबकि पूर्व विधायक कुशावाहा शिवपूजन मेहता बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
गढ़वा में सत्येंद्र नाथ तिवारी दे रहे मंत्री मिथिलेश ठाकुर को टक्कर
गढ़वा विधानसभा सीट पर जेएमएम के मंत्री मिथिलेश ठाकुर को बीजेपी के सत्येंद्र नाथ तिवारी से कड़ी चुनौती मिल रही है. सत्येंद्र नाथ तिवारी ने 2009 और 2014 में इस सीट से चुनाव जीतने में सफलता पाई थी. इसके अलावा, चार बार विधायक रहे गिरिनाथ सिंह इस बार सपा के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं.
भवनाथपुर में जेएमएम के अनंतदेव और बीजेपी के भानु के बीच मुकाबला
भवनाथपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी विधायक भानु प्रताप शाही को इस बार जेएमएम के अनंत प्रताप देव से कड़ी चुनौती मिल रही है. अनंत प्रताप देव ने 2009 में इस सीट से जीत हासिल की थी, जबकि भानु प्रताप शाही ने 2005, 2014 और 2019 में अलग-अलग पार्टियों के टिकट पर यहां से चुनाव जीते हैं.
सिमरिया में JMM -BJP बीच सीधी लड़ाई
सिमरिया विधानसभा सीट पर बीजेपी और जेएमएम के बीच सीधी टक्कर की स्थिति बन रही है. इस सीट पर बीजेपी ने अपने विधायक किशुन दास का टिकट काटकर उज्जवल दास को उम्मीदवार बनाया है, जबकि जेएमएम ने मनोज चंदा को मैदान में उतारा है. मनोज चंदा पिछली बार आजसू पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में थे.
बरकट्ठा में जेएमएम के जानकी और भाजपा के अमित बीच टक्कर
बरकट्ठा विधानसभा सीट पर भाजपा के अमित यादव और जेएमएम के जानकी यादव के बीच मुकाबला हो रहा है. अमित यादव ने 2019 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी, जबकि जानकी यादव ने 2014 में झाविमो के टिकट पर चुनाव जीतने में सफलता पाई थी.
कोडरमा में बीजेपी-आरजेडी के बीच सीधी टक्कर
कोडरमा विधानसभा सीट पर इस बार बीजेपी की विधायक डॉ. नीरा यादव और आरजेडी के सुभाष यादव के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है. हालांकि, निर्दलीय शालिनी गुप्ता भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में लगी हैं. शालिनी ने पिछली बार आजसू पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. इस सीट पर 2000, 2005 और 2009 में आरजेडी को जीत मिली थी, जबकि 2014 और 2019 में बीजेपी की नीरा यादव ने जीत हासिल की थी.
बरही में कांग्रेस, भाजपा साथ सपा रेस में
बरही विधानसभा सीट पर इस बार कांग्रेस ने वर्तमान विधायक उमाशंकर अकेला को टिकट नहीं दिया है और अरुण साहू को उम्मीदवार बनाया है, जिससे नाराज होकर उमाशंकर अकेला निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं. उन्हें बीजेपी के मनोज यादव से कड़ी चुनौती मिल रही है, जो इस सीट से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं.
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