भरत मंडल/न्यूज11 भारत
गांडेय/डेस्क: मनरेगा यानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना के तहत, सरकार जॉब कार्ड धारकों को 100 दिनों का रोज़गार देने का वादा करती है. इस योजना के तहत, तालाबों का गहरीकरण कराने के लिए मनरेगा मज़दूरों से काम कराया जाता है. हालांकि, कई बार तालाबों की खुदाई के काम में मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है तो कहीं पर तालाब के नाम पर अवैध निकासी कर ली जाती है.
इसी तरह का मामला-
गांडेय प्रखंड के बरमसिया वन पंचायत के बरमसिया गांव के कंचनपुरा टोला में मनरेगा एक्ट के तहत निर्माणधीन एक तालाब स्थल से गायब है. बता दें कि बरमसिया 1 पंचायत के कंचनपुरा टोला में वित्तीय वर्ष 2021-22 में किष्टो टुडू के नाम से तालाब निर्माण की स्वीकृति होती है.
तालाब निर्माण में मजदूरी मंद से 3 लाख 18 हजार 234 रुपये से और स्कैलड़ मंद से 26 हजार 250 रुपये की निकासी कर ली गई है. तालाब निर्माण में कुल 3 लाख 44 हजार 484 की अवैध निकासी कर ली जाती है. जिस जगह तालाब निर्माण का जियो टैक किया गया है , उक्त स्थल से तालाब गायब है. उक्त मामले की पुछताछ करने पर तालाब निर्माण के ठीकेदार ने जीओ टैग स्थल से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर एक निर्माणाधीन तालाब को किष्टो टुडू का तालाब दिखाया गया.
बता दें कि जिस तालाब निर्माण को ठीकेदार द्वारा दिखाया जा रहे हैं उक्त स्थल में पूर्व में ही आलम अंसारी का डोभा निर्माण किया गया है. उक्त डोभा निर्माण से 1 लाख 28 हजार 298 रुपये की निकासी वित्तीय वर्ष 2020-21 में कर ली गई है. इस विषय में मनरेगा बीपीओ ने कहा कि मामले की जांच करवाई जाएगी, मामला उजागर होने पर पैसे की वसूली के साथ ही संबंधित लोगों पर कारवाई की जाएगी.