Sunday, Sep 8 2024 | Time 07:03 Hrs(IST)
 logo img
  • Jharkhand Monsoon Update: कमज़ोर रहा इस बार का मानसून, जानें कहां हो सकती है बारिश
  • बगोदर में 29वां गणपति पूजनोत्सव शुरू: भव्य मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
झारखंड » हजारीबाग


25 वां शहादत दिवस आज: शहीद विद्यानंद सिंह ने कारगिल में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर किया था दुश्मनों का सीना छलनी

कारगिल शहीद विद्यानंद सिंह का शहीदी दिवस पर विशेष, मरणोपंरात मिला था सेना मेडल
25 वां शहादत दिवस आज: शहीद विद्यानंद सिंह ने कारगिल में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर किया था दुश्मनों का सीना छलनी
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत

हजारीबाग/डेस्क: देश कारगिल विजय काे उत्सव के रुप में मनाती है. 27 जुलाई 2024 को कारगिल युद्व का 25 वर्ष  पूरे हो जाएंगे. देश भर में इस बाबत कई कार्यक्रम का आयोजन होता है और शहीद परिवारों को सम्मानित भी किया जाता है. झारखंड में भी कई ऐसे वीर हुए जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था. इनमें एक नाम शहीद विद्यानंद सिंह का आता है. कारगिल शहीद विद्यानंद सिंह की शहादत सात जून 1999  को हुई थी. विद्यानंद सिंह बिहार रेजीमेंट के पहली बटालियन  में थे और बिहार रेजिमेंट की टीम 21 मई को कारगिल में तैनात किया गया था. क्षेत्र की  भौगोलिक जानकारी लेने के कंपनी को 17 हजार के ऊंचाई पर स्थित चोटी को अपने कब्जे में लेने का निदेश प्राप्त हुआ था. रात के अंधेरे में जवानों के दल ने 17 हजार फीट की खड़ी चढ़ाई पूरा कर दुश्मनों पर हमला बोला था. पहाड़ी की चोटी पर बंकर बनाकर बैठे पाकिस्तानी दुश्मनों से बंकर कब्जा को लेकर हुई आमने सामने की लड़ाई में विद्यानंद सिंह ने अपने सीने पर आधा दर्जन गोलियां खाई थी. शहीद के प्लाटून ने चोटी पर अपना कब्जा जमा लिया था. इस बीच जब तक उनके पास सहायता पहुंचती गंभीर रुप से घायल विद्यानंद सिंह शहीद हो चुके थे. इस सवोच्च्च बलिदान में उनके टुकड़ी के भी कई अन्य साथी जो इनके साथ वीरगति को प्राप्त किया था. इससे पूर्व उनका नागालैंड में तैनाती थी और नागा विद्रोहियों से बहादुरी पूर्वक लोहा लेने के कारण उन्हें सेना मेडल से सम्मानित किया गया था.

 

चाचा थे फौज में वर्दी करती थी प्रेरित, 1985 में बिहार रेजिमेंट में किया था योगदान-

विद्यानंद सिंह बिहार के भोजपुर जिला के प्रखंड संदेश के पनपुरा गांव निवासी थे. उनके चाचा फौज में थे और उनकी वर्दी से प्रेरित होकर विद्यानंद 1985 में बिहार रेजिमेंट में योगदान दिया था. अपने मजबूत शरीर और बलिष्ठता के लिए वे सेना में भी प्रसिद्ध थे और यहीं कारण है की उन्होंने 1991 में नागालैंड में तैनाती के दौरान नागा विद्रोहियों के दांत खट्टे कर दिए थे. उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए सेना मेडल चक्र से नवाजा गया था.

 

21 मई को पहुंचे थे कारगिल, भौगोलिक जानकारी लेने के बाद प्लाटून ने शुरु कर दी थी चढ़ाई-

कारगिल युद्व के दौरान बिहार रेजिमेंट की टीम 21 मई को कारगिल में तैनात किया गया था. कारगिल दुरुह क्षेत्र था और इससे पूर्व बिहार रेजीमेंट नागालैंड में तैनात थी. टीम को टास्क मिलने के बाद प्लाटून ने क्षेत्र की  भौगोलिक जानकारी प्राप्त किया. इसके बाद रात में  17 हजार के ऊंचाई पर स्थित चोटी को अपने कब्जे में लेने के लिए सीधे चढ़ाई चढ़ने का फैसला लिया गया. मुवमेंट का आदेश प्राप्त होत हीं रात के अंधेरे में जवानों के दल ने 17 हजार फीट की खड़ी चढ़ाई पूरा कर अचानक दुश्मनों पर हमला बोला था. इनके साथ कई साथियों ने वीरगति को प्राप्त किया था.

 

कारगिल के द्रास में 17 हजार फीट की उंचाई पर स्थित बटालिक सेक्टर को मुक्त कराने को मिला था जिम्मा-

अपने अदम्य साहस और सीने पर छह-छह गोलियां खाने वाले अमर बलिदानी विद्यानंद सिंह के बटालियन को कारगिल के द्रास से लगी सीमा पर 17 हजार फीट की उंचाई पर स्थित बटालिक सेक्टर की चोटी को कब्जा मुक्त कराने का जिम्मा मिला था. यह चोटी द्रास और बटालिक सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण था और यहां से गुजरने वाली हाईवे पर देश के दुश्मन गोलीबारी कर रहे थे, जिससे आवश्यक रसद और समान सेना तक पहुंचने में परेशानी हो रही थी. रणनीतिक दृष्टिकोण से इस चोटी पर जीत महत्वपूर्ण था. पांच को यह टास्क मिला था और छह  जून, 1999 को विद्यानंद सिंह की टुकड़ी ने पहाड़ी पर चढ़ाई प्रारंभ कर दी थी.

 

नौ जून को पटना आया था पार्थिव शरीर, रोया था देश-

शहीद विद्यानंद सिंह का पार्थिव शरीर नौ जून 1998 को पटना पहुंचा था. उनकी शहीदी पर पूरा देश रोया था. बिहार सहित भोजपुर व हजारीबाग में शहीद विद्यानंद सिंह के नाम पर कई संस्थान संचालित है और शहीदी दिवस तथा कारगिल दिवस पर ट्रस्ट के माध्यम से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.

 

कल कारगिल पेट्रोल पंप पर मनाया जाएगा शहीदी दिवस-

शहीद विद्यानंद सिंह के शहीदी दिवस सात जून पर बिहार के अलावा झारखंड के हजारीबाग में शहीदी दिवस का आयोजन किया जाता है. सात जून को कारगिल पेट्रोल पंप पर मुख्य समारोह का आयोजन किया गया है. शहीद विद्यानंद सिंह क पूरा परिवार हजारीबाग में रहता है. परिवार में शहीद की पत्नी पार्वती देवी, पुत्र रविशंकर, शिव शंकर और दो बेटियां है.
अधिक खबरें
अवैध कोयला परिवहन की सूचना पर प्रशासन ने टोल प्लाजा पर चलाया जांच अभियान
सितम्बर 07, 2024 | 07 Sep 2024 | 12:13 PM

उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय के निर्देशानुसार 6 सितंबर को कोयले के अवैध परिवहन के सन्दर्भ में प्राप्त गुप्त सूचना के आलोक में कोयला लदे वाहनों की सघन जांच के लिए खनन विभाग को आदेश दिया गया.

विधायक अंबा की शह पर बहन ने किया खासमहल की जमीन और उसपर बने चांद कोठी के एक हिस्से को कब्जाने की साजिश
सितम्बर 07, 2024 | 07 Sep 2024 | 12:01 PM

हजारीबाग शहर के प्राइम लोकेशन डिस्ट्रिक मोड़ चौक पर अवस्थित खास महल के भूखंड पर पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद एंड फैमिली की नजर पड़ गई है, जो इस कीमती जमीन को हथियाना चाहता हैं. यह आरोप शहर के सम्मानित शिक्षक प्रोफेसर अनवर मल्लिक के है जिन्होंने विरोध में आवाज उठाई है और इसे लेकर उपायुक्त नैंसी सहाय को पांच पृष्ठ वाला एक ज्ञापन भी सौंपा है.

हजारीबाग DC का लगा जनता दरबार, फरियादियों ने लगाई गुहार
सितम्बर 06, 2024 | 06 Sep 2024 | 8:35 PM

उपायुक्त नैन्सी सहाय ने शुक्रवार को जनता दरबार का आयोजन कर आमजनों की समस्याओं को सुना. उपायुक्त ने दर्जनों आमजन की समस्याओं व शिकायतों पर संबंधितों को निर्देश दिया. आज के जनता दरबार में शहरी सहित विभिन्न प्रखंडों से 25 आवेदकों ने अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन समर्पित कर समाधान की गुहार लगाई. जिनमें मकान मुआवजा, रोजगार, गंभीर बीमारी में मदद,

रीडिंग कैम्पेन: मेक रूम फॉर अर्ली लर्निंग
सितम्बर 06, 2024 | 06 Sep 2024 | 8:28 PM

जिला समाहरणालय सभागार में "रीडिंग कैम्पेन: मेक रूम फॉर अर्ली लर्निंग" के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय सेमिनार में प्रारंभिक शिक्षा और पठन कौशल के महत्व पर विशेष जोर दिया गया. शिक्षा परियोजना परिषद, झारखंड द्वारा रूम टू रीड, IPEL और यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में जिला कलेक्टर ने पठन कौशल के विकास और बच्चों में पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करने के प्रयासों की सराहना की.

JHARKHAND TRAIN NEWS : आदित्यपुर स्टेशन पर चलने वाले नॉन- इंटरलॉकिंग कार्य के कारण ट्रेनों के परिचालन में किया गया बदलाव
सितम्बर 06, 2024 | 06 Sep 2024 | 7:04 PM

दक्षिण पूर्व रेलवे में चक्रधरपुर मंडल के आदित्यपुर स्टेशन पर चलने वाले नॉन- इंटरलॉकिंग कार्य के कारण निम्नलिखित ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया गया है जिसका विवरण इस प्रकार है-1. दिनांक 07.09.24 से 28.09.24 तक गाड़ी संख्या 08152/ 08151 बरकाकाना- टाटा- बरकाकाना पैसेंजर