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रांची/डेस्क: आगामी 20 जनवरी को शनि और मंगल के बीच एक अशुभ युति बनने जा रही है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में षडाष्टक योग कहा जाता हैं. यह योग लगभग 30 साल बाद बन रहा है और इसके प्रभाव से चार राशियों को विशेष रूप से सावधान रहने की सलाह दी जा रही हैं. शनि और मंगल के शत्रु गृह होने के कारण इस युति का प्रभाव विशेष रूप से कष्टकारी हो सकता है, जिससे मानसिक तनाव, आर्थिक समस्याएं और अन्य परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं.
षडाष्टक योग का प्रभाव और उसके कारण
षडाष्टक योग तब बनता है जब शनि और मंगल की युति कुंडली के छठे और आठवें भाव में होती हैं. इस समय जीवन में उतार-चढ़ाव, चिंता और कष्टों का सामना करना पड़ सकता हैं. इस युति का असर अगले एक महीने तक रहेगा और जिन राशियों पर इसका असर सबसे अधिक पड़ेगा, उन्हें विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होगी.
कौन-सी 4 राशियां रहेंगी प्रभावित
- मेष राशि
- कन्या राशि
- धनु राशि
- मीन राशि
इन राशियों के जातकों को इस समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता हैं.
क्या हो सकता है प्रभाव?
- आर्थिक समस्याएं: खर्चों में वृद्धि हो सकती है, जिससे बजट में असंतुलन हो सकता हैं.
- मानसिक तनाव: मानसिक दबाव और तनाव बढ़ सकते है, जो शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकते हैं.
- गुस्से पर नियंत्रण: गुस्से को काबू में रखना जरुरी है क्योंकि इससे रिश्तों में दरारें आ सकती हैं.
- स्वास्थ्य पर असर: शारीरिक परेशानी बढ़ सकती है, विशेषकर वाहन चलाते समय सावधानी रखें क्योंकि दुर्घटना की संभावना हो सकती हैं.
- दोस्तों से मतभेद: दोस्तों और रिश्तेदारों से मतभेद हो सकते है, इसलिए सोच-समझकर शब्दों का प्रयोग करें.
कैसे रहें सावधान?
- इन परेशानियों से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते है:
- नियमित रूप से मानसिक शांति बनाए रखें.
- अपने फैसले सोच-समझकर लें और जल्दबाजी से बचें.
- चोर और धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें.
वहां चलाते वक्त सावधान रहें.
शनि और मंगल की यह अशुभ युति सभी राशियों के लिए एक चेतावनी है, खासकर मेष, कन्या, धनु और मीन राशि के लोगों के लिए. इस समय सावधानी रखें और अपनी दिनचर्या में सुधार लाना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस युति के दौरान संयमित और समझदारी से कम लेना सबसे अच्छा उपाय हैं.