आर्यन श्रीवास्तव/न्यूज11 भारत
कोडरमा/डेस्कः- राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत कोडरमा जिला अंतर्गत विद्यालयों को तम्बाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान बनाने हेतु शिक्षकों को तम्बाकू और इससे बने उत्पादों के उपयोग पर नियंत्रण को लेकर 24.08.2024 को शनिवार को प्रशिक्षण दिया गया. मौके पर जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सह जिला नोडल पदाधिकारी राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम डॉ0 रमण कुमार ने शिक्षकों को बताया कि तम्बाकू और उससे बने उत्पादों का सेवन लोग वर्तमान परिप्रेक्ष्य में स्कूल जाने के उम्र में ही देखने को मिल रहा है, जो सभ्य के लिए गंभीर विषय है. तंबाकू का उपभोग शारीरिक और मानसिक बीमारी का खतरा बना रहता है. उन्होंने कहा कि तम्बाकू से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने की संभावना रहती है. लोगों को इसके लिए जागरुक होने खासतौर पर युवा वर्ग को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. तम्बाकू का सेवन किसी भी रूप में शरीर को नुकसान पहुंचाता है. मुख्य प्रशिक्षक डॉ0 सोमेश कुमार ने इसके उपयोग से होने वाले परिणामों की जानकारी साझा किया. जिला कार्यक्रम प्रबंधक महेश कुमार ने शिक्षकों को समाज का मुख्य मार्ग दर्शक बताया , उन्होंने शिक्षकों को समाज से तम्बाकू करने का आह्वाहन किया तम्बाकू मुक्त तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला परामर्शी दीपेश कुमार ने कोटपा एक्ट 2003 के प्रभावी क्रियान्वयन और संबंधित धाराओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इस अवसर पर तम्बाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान घोषित करने हेतु जरूरी गतिविधियों के बारे में बताया गया . मौके पर सोशल वर्कर हिमांशु कुमार, सिद्धान्त ओहदार, रेमिश हेंब्रम, थे. प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु शिक्षक पंकज कुमार, मनोज कुमार ठाकुर, विनय कुमार सिंह, मनोज कुमार सिन्हा, विजय कुमार, अर्जुन ठाकुर, कमलेश कुमार सिंह, इंद्रदेव प्रसाद यादव, सुनील राम, गोबिंद प्रसाद, बंसीधर यादव, मनोज कुमार सिन्हा, रविकांत कुमार राम, उदय कुमार यादव, सुमन कुमार, राजीव रंजन, संजय कुमार यादव, रूबी कुमारी, आदि उपस्थित थे.