न्यूज11 भारत
रांची/डेस्क: 11 जुलाई को महाराष्ट्र के वाशिम जिला प्रशासन में विवादास्पद प्रशिक्षु आईएएस (IAS) अधिकारी पूजा खेडकर शामिल हुईं. वह अब पुणे से ट्रांसफर होने पर अपनी बची हुई ट्रेनिंग वाशिम में पूरी करेंगी. इस बीच उनकी नियुक्ति को लेकर जांच की मांग उठने लगी है. आईएएस पूजा खेडकर पर विशेषाधिकार मांगने और फर्जी प्रमाण पत्र देने का आरोप है. उनके आचरण को लेकर उनका ट्रांसफर पुणे से वाशिम कर दिया गया था. केंद्र सरकार ने 11 जुलाई को पूजा खेडकर की नियुक्ति को सत्यापित करने को लेकर एक सदस्यीय समिति गठित की है. नौकरशाहों के परिवार से आने वाली 32 साल की पूजा खेडकर वर्ष 2023 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने UPSC परीक्षा में 841वीं रैंक हासिल की थी.
UPSC परीक्षा में 841वीं रैंक आने पर जाहीर तौर पर पूजा के अंक एक आईएएस अधिकारी बनने के लिए काफी नहीं थे. ऐसे में उन्होंने गलत ओबीसी सर्टिफिकेट और विकलांगता के दिव्यांग प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया. वह वह 'अंधेपन और मानसिक बीमारी' के अपने दिव्यांगता दावे की पुष्टि के लिए मेडिकल जांच के लिए खुद को पेश करने में विफल रहीं थी. पूजा ने एमआरआई रिपोर्ट प्रस्तुत किया था, जिसमें विकलांगता के उनके दावों का समर्थन किया गया था. पर यूपीएससी ने इसे खारिज कर दिया. UPSC ने कैट में उनके चयन को चुनौती दी थी. हालांकि, बाद में उनके MRI प्रमाण पत्र को स्वीकार कर लिया गया था. इससे आईएएस अधिकारी के रूप में उनकी नियुक्ति की पुष्टि हो गई.