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रांची/डेस्क: इस कड़ाके की ठंड में दिल्ली का सियासी बाजार काफी गर्म है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा हो चुकी है. 5 फरवरी को चुनाव होने वाले है और इसका परिणाम 8 फरवरी को आ जाएगा. चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. सभी पार्टी जनता के वोट को साधने के लिए वादे और योजनाओं की घोषणा कर रही है. ऐसे में सियासी बाजार में चुनाव परिणाम को लेकर भी चर्चा खूब तेज है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. आम आदमी पार्टी की सरकार साल 2013 से दिल्ली में लगातार बनते आ रही है. इस बार भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने और आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरा जोर लगा रही है. वहीं कांग्रेस भी दिल्ली विधानसभा चुनाव का रण भेदने की पूरी कोशिश में है.
राजस्थान के पारंपरिक फलोदी सट्टा बाजार ने चुनावी परिणाम को लेकर कयासबाजी के बीच भविष्यवाणी की है. भविष्यवाणी के अनुसार इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है. आपको बता दे कि राजस्थान के फलोदी जिले का यह सट्टा बाजार अपने सटीक भविष्यवाणी के लिए जाना जाता है. यह सट्टा बाजार किसी तारीख का विश्लेषण किए बिना ही अपनी भविष्यवाणी करता है. यह अपनी भविष्यवाणी को लेकर पिछले कुछ चुनावों में चर्चा में भी रहा है.
क्या होगा दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम?
मिली जानकारी के अनुसार, फलोदी सट्टा बाजार ने इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में उलटफेर के संकेत दिए है. इसके अनुसार आम आदमी पार्टी साधारण बहुमत के साथ दिल्ली में सरकार बना सकती है. हालांकि इस चुनाव में AAP को भाजपा कड़ी चुनौती देगी. फलोदी सट्टा बाजार के भविष्यवाणी के अनुसार, इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 30 से 40 सीट मिल सकती है. वहीं भाजपा को 25 से 35 सीट मिल सकती है.
बहुमत के लिए चाहिए 36
आपको बता दें कि दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीट है. ऐसे में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 36 सीट जीतनी होगी. साल 2020 में आम आदमी पार्टी ने 62 सीट में जीत हासिल की थी वहीं साल 2015 के चुनाव में AAP ने 67 सीट जीती थी. इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनाव काफी रोचक होने वाले है. अब देखने वाली बात यह है कि दिल्ली में अब कौन सरकार बना पाता है. इसका जवाब सभी को 8 फरवरी को मिलेगा.
नोट: यह खबर फलोदी सट्टा बाजार के अनुमान पर आधारित है. हम इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं करते है.