झारखंडPosted at: दिसम्बर 06, 2024 डायन बिसाही: 3 महिलाओं की सामूहिक हत्या के मामले में 20 आरोपी साक्ष्य के अभाव में हुए रिहा
न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: डायन बिसाही के आरोप में 3 महिलाओं सामूहिक हत्या हुई थी. अंधविश्वास में पत्थर से कूचकर तीनो की हत्या की गई थी. इस मामले में ट्रायल फेस कर रहे 20 आरोपी साक्ष्य के अभाव में रिहा हुए है. अभियोजन पक्ष आरोपियों पर लगे आरोप को सिद्ध नहीं कर पाया. अपर न्याययुक्त आनंद प्रकाश की कोर्ट ने सभी को साक्ष्य के अभाव में रिहा कर दिया है. इस मामले पहले से 15 आरोपी जमानत में जेल से बाहर थे, बल्कि 5 आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल में बंद थे. यह मामला सोनाहांतू के राणाडीह गांव का है. यह घटना 4 दिसंबर 2022 को हुई थी. गांव के एक छात्र राजकिशोर सिंह मुंडा को सांप ने डस लिया था. इसके बाद उसके परिवार के लोगों ने उसे ओझा गुणी के पास ले जाकर झाड़ फूंक कराया. लेकिन उसके दूसरे ही दिन उसकी मौत हो गई थी. संयोग से राजकिशोर सिंह मुंडा के पड़ोस के एक युवक ललित सिंह मुंडा को भी सांप डस लिया था,जिसका झाड़ फूंक उसी ओझा गुणी से कराया था और वह ठीक हो गया था. युवक के स्वस्थ होने पर ओझा ने गांव की एक महिला पर डायन बिसाही का आरोप लगाकर मारपीट की थी. ओझा के बहकावे में आने के बाद मृतक राजकिशोर के परिजन ने तीन महिला के घर पहुंचकर मारपीट की थी. इसके बाद यह पूरा मामला गांव में आग की तरह फैल गया. इसके अगले दिन तीनो महिला गायब हो गई.महिलाओं के गायब होने की सूचना मिलने पर सोनाहांतू थाना की पुलिस दलबल के साथ गांव पहुंची. पुलिस को देख गांव के पुरुष घर छोड़कर भाग गए थे.वही महिलाएं पुलिस को गांव में घुसने नहीं दे रहे थे. इसके बाद पुलिस वापस लौट गई. थाना लौटने के कर्म में पुलिस ने रस्ते से गांव के एक युवक मोचीराम मुंडा को थाना लाकर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने घटना की पूरी जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस दूबारा गांव पहुंचे और ग्रामीणों के निशानदेही पर सभी लापता महिला के शव बरामद किए. महिलाओं के शव बरामद के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा एसआईटी गठित की गई,जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.