प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: नव वर्ष के आगमन से पहले झारखंड के लातेहार जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल बेतला, केचकी संगम, लोध फॉल, ततहा गर्म कुंड, मंडल डेम, पलामू किला, सुगा बांध और नेतरहाट पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं. इन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है और यह क्षेत्र इन दिनों पर्यटकों से गुलजार हो उठा हैं. इन स्थानों पर प्राकृतिक सौंदर्य, अद्भुत वन्यजीव और रोमांचक साहसिक गतिविधियां पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर रही हैं. झारखंड के इन अद्भुत पर्यटन स्थलों पर समय बिताने से पर्यटकों को न केवल शांति मिलती है बल्कि साहसिक गतिविधियां भी उन्हें रोमांचित कर देती हैं.
प्राकृतिक सौंदर्य और रोमांचक अनुभव
बेतला नेशनल पार्क झारखंड का प्रमुख वन्यजीव अभ्यारण्य है, जहां पर्यटक बाघ, तेंदुआ, हाथी और अन्य जंगली जानवरों का दर्शन कर सकते हैं. यहां की जंगल सफारी, ट्रैकिंग और बोटिंग पर्यटकों के लिए रोमांचक अनुभव प्रदान करती हैं. इसके अलावा केचकी संगम का दृश्य भी अद्भुत है, जहां उत्तरी कोयल और हज़ार नदियों का संगम एक प्राकृतिक कृति की तरह दिखता हैं. यह स्थल विशेष रूप से उन पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है, जो शांति के बीच समय बिताना चाहते हैं.
लोध फॉल, जहां गिरते पानी के झरने की आवाज और ठंडे पानी में नहाने का आनंद है, वह एक प्रमुख आकर्षण बन चुका हैं. यहां पर्यटक ताजगी और शांति का अनुभव करते हुए प्राकृतिक सौंदर्य में खो जाते हैं. ततहा गर्म कुंड की अद्भुत विशेषता है कि यह गर्म पानी का कुंड है, जो सर्दी के मौसम में विश्राम का उत्तम स्थान हैं. वहीं मंडल डैम की शांत जलधारा और इसके आसपास का हरित वातावरण पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता हैं.
इन प्राकृतिक स्थलों के अलावा, पलामू किला और सुगा बांध भी अब पर्यटकों के लिए आकर्षण का एक और बड़ा केंद्र बन गए हैं. पलामू किला, जो ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, मध्यकालीन किलों का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता हैं. किले के अवशेष, उसकी स्थापत्य कला और किले से आसपास के प्राकृतिक दृश्यों का नजारा पर्यटकों को समय की सैर कराता हैं. वहीं, सुगा बांध, जो अपने शांत वातावरण और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, एक अन्य बेहतरीन स्थल है, जहां पर्यटक विश्राम कर सकते है और बोटिंग का आनंद ले सकते हैं. यह स्थल भी अब नव वर्ष के सीजन में पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गया हैं.
नेतरहाट, जो लातेहार जिले का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, अपने ठंडे मौसम और सुंदर प्राकृतिक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध हैं. यह स्थल ऊंचे पहाड़ों, घने जंगलों और जलप्रपातों के लिए जाना जाता हैं. नेतरहाट के आकर्षण में इसके शानदार दृश्य, शांत वातावरण और ऐतिहासिक महत्व भी शामिल है, जो अब पर्यटकों के लिए एक अनिवार्य गंतव्य बन चुका हैं.
सुविधाजनक यात्रा मार्ग और दूरी
इन स्थलों तक पहुंचने के लिए यात्रा बेहद आसान हैं. बरवाडीह लातेहार और डालटनगंज रेलवे स्टेशन इन स्थानों के सबसे पास स्थित प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं. यहां से सड़क मार्ग द्वारा बेतला, केचकी संगम, लोध फॉल, मंडल डेम, पलामू किला, सुगा बांध और नेतरहाट तक पहुंचने के लिए टैक्सी, बस और अन्य परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं. बरवाडीह स्टेशन से इन स्थलों की दूरी महज कुछ किलोमीटर की है, जिससे पर्यटकों को यात्रा में कोई दिक्कत नहीं होती. इसके अलावा, सड़क मार्ग से भी पर्यटक आसानी से इन स्थलों तक पहुंच सकते हैं.
स्थानीय व्यवसाय और रोजगार में वृद्धि
नव वर्ष के मौसम में पर्यटकों की बढ़ती संख्या ने स्थानीय कारोबार और रोजगार में भी बढ़ोतरी की हैं. यहां के होटल, रिसॉर्ट्स, गेस्ट हाउस और रेस्तरां में बुकिंग की मांग बढ़ गई हैं. इसके साथ ही स्थानीय गाइड्स, दुकानदारों और परिवहन सेवाओं को भी इस दौरान लाभ हो रहा हैं. पर्यटकों के लिए ट्रैकिंग, बोटिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों में गाइड्स की सेवाएं उपलब्ध है, जो स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं. इस क्षेत्र में पर्यटन के बढ़ते प्रभाव ने यहां के छोटे व्यापारियों और स्थानीय समुदाय को भी आर्थिक लाभ दिया हैं.
सुविधाओं और सुरक्षा में सुधार
पर्यटकों के बढ़ते भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने इन स्थलों पर सुरक्षा और सुविधाओं को मजबूत किया हैं. यहां पर्यटकों के आराम के लिए रेस्ट हाउस, कैंटीन, पार्किंग सुविधाएं और वॉच टावर जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं. इसके अलावा वन विभाग ने बोटिंग, ट्रैकिंग और सफारी जैसी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित गाइड्स की नियुक्ति की हैं. इन सुविधाओं के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया गया है ताकि पर्यटकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.
बेतला, केचकी संगम, लोध फॉल, ततहा गर्म कुंड, मंडल डेम, पलामू किला, सुगा बांध और नेतरहाट झारखंड के पर्यटक स्थलों के रूप में अपनी विशेष पहचान बना चुके हैं. इन स्थलों पर पर्यटकों की बढ़ती संख्या न केवल क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ावा देती है बल्कि यहां के स्थानीय व्यापार और रोजगार को भी सशक्त बनाती हैं. इन अद्भुत प्राकृतिक धरोहरों का आनंद लेने के लिए हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं.
झारखंड के यह स्थल प्रकृति प्रेमियों और साहसिक यात्रा के शौकिनों के लिए आदर्श स्थल हैं. नव वर्ष के इस सीजन में जब देशभर से पर्यटक इन स्थलों पर आकर शांति और सुकून के पल बिताना चाहते है, तब यह स्थल और भी खास बन जाते हैं. इसके साथ ही इन स्थलों पर बढ़ती पर्यटकों की संख्या से पर्यटन उद्योग में नई जान आ रही है, जिससे स्थानीय समुदाय को भी रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं.