मनीष मंडल/न्यूज 11 भारत
बेंगाबाद/डेस्क: गिरिडीह जिले के बेंगाबाद स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में 15 दिवसीय उर्वरक एवं बीज अनुज्ञप्ति सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहाँ पर जिले 13 प्रखंडों से आये लैम्प/पैक्स सहयोग समितियाँ के अध्यक्ष और सचिव सहित 50 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान डॉक्टर पंकज सेठ एवम जिला सहकारिता विभाग के प्रधान अश्विनी योद्धा द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. उद्घाटन के दौरान प्रधान डॉक्टर पंकज सेठ ने कहा कि पैक्स/लैंपस एवं इनपुट डीलर के माध्यम से कृषि विभाग की गति प्रदान करने में अहम भूमिका होती है. प्रशिक्षुओं को केंद्र के क्रियाकलापों तथा नई कृषि तकनीकियों का विस्तृत जानकारी दिया साझा किया गया.
15 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को कृषि प्रबंधन तकनीक, कृषि व्यवसाय प्रबंधन, संचार तकनीकी प्रबंधन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट्स तकनीक, सूक्ष्म पोषण तत्वों, बायो फोर्टीफाइड अनाज उत्पादन, तेलहन-दलहन की उन्नत किस्म तकनीकियों जैव प्रौद्योगिकी, जैविक उर्वरक, कृषि में ड्रोन तकनीकी का प्रयोग, कृषक समृद्धि केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा निर्गत कृषि योजनाओं कृषि अवसंरचना फंड, विश्व खाद्यान्न संगठन की योजनाओं का भी प्रशिक्षण के दौरान चर्चा की गई प्रशिक्षण के दौरान चर्चा की गई.
इस दौरान सहकारिता विभाग के प्रधान अश्विनी ओझा ने कहा कि आज पैक्स/लैंपस ग्रामीण अर्थव्यवस्था का रीड बन चुका है आज सहयोग समितियां के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास तेजी से जोर पकड़ रहा है सहकारिता के नए-नए मॉडल को अपनाने की जरूरत पर जोर दिया. गुजरात,पंजाब,आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड सभी राज्यों में सहकारिता समितियां नई मॉडल अपना कर अधिक से अधिक रोजगार पर व्यवसाय कर रहे हैं कृषि विज्ञान केंद्र नॉलेज रिसर्च सेंटर के रूप में कार्य करता है प्रशिक्षुओं को अपने प्रशिक्षण के दौरान ध्यान केंद्रित कर अधिक जानकारी प्राप्त करने का निर्देशित किया. डॉक्टर नवीन कुमार वैज्ञानिक पादप रोग विशेषज्ञ ने की भी अपना विचार रखा ईन्होंने सूक्ष्म पोषक तत्वों एवं फसलों से रोग एवं बीमारियों के बारे में विस्तार में चर्चा किया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से मनोज कुमार, मधुकर कुमार, युगल किशोर भारती, दिवाकर वर्मा, नीरू महतो, बसंती देवी सहित प्रशिशु मौजूद थे.