न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः- साइबर अपराध बहुत तेजी से भारत नेपाल के इलाके में बढ़ रहे हैं. पश्चिमी चंपारण हाल के दिनों में साइबर फ्राड का गढ़ बन गया है. गिरोह की कनेक्शन पाकिस्तान तक बताई जा रही है. एनएच 727 में बसे एक गांव जवकटिया जिसकी आबादी 13,000 है, यहां के लोग बैंक में खाते खुलवाते हैं औऱ अपने खाते को किराए पर देते हैं. 20-20 साल के लड़के कार खरीद रहे हैं और लड़कियां भी साइबर ठगी की गैंग में शामिल हो रही हैं. आठ साल पहले इस साइबर की दुनियां में एक शख्स ने अपना कदम रखा था, देखते ही देखते हब बना दिया. मझौलिया थाने के इस गांव में लगभग 300 लोगों की इस साइबर अपराध में संलिप्तता पाई जाने की खबर आ रही है. गिरोह के सदस्यों के द्वारा आसपास के युवकों को भी जोड़ा जा रहा है. इस साईबर अपराध से जुड़े 24 साल के एक नेस्ताक आलम ने पाकिस्तान को लेकर पुलिस के सामने अपना खुलासा किया है. उसने सुरक्षा एजेंसी की नींद उड़ा दिया है. नेस्ताक आलम के साथ एक लड़की भी पकड़ी गई जिसका नाम ईशा कुमारी बताई गई है. जो मधुबनी पुर्वी चंपारण की रहने वाली है. कई बैंको के नाम से 16-16 एटीएम कार्ड है, करोड़ों के ट्रांजेक्शन के प्रमाण है. 100 से अधिक क्यूआर कोड है. बता दें कि ये अपराधी पाकिस्तानी ठगी के साथ मिलकर साईबर अपराध करते थे.
117 खातों पर रोक लगा दी गई है
एसबीआई मझौलिया शाखा से जुड़े लगभग 117 खातों पर रोक लगा दी गई है. इन खातों में संदिग्ध लेनदेन के बाद ऐसे कदम उठाए गए हैं. अभी भी इस गांव के खातों पर निगरानी चल रही है. इस गांव में इन दिनों कब कहां कि पुलिस पहुंच जाएगी इसका कोई ठिकाना नहीं है.