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रांची/डेस्क: बिहार के पूर्णिया जिले में एक बड़े फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. दरअसल, यहां पश्चिम बंगाल के 200 से ज्यादा युवकों को बंधक बनाकर रखा गया था. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रेस्क्यू किया है यह छापेमारी पूर्णिया के रामबाग में पिंक सिटी के पास कई लॉज में की गई, जहां इन युवकों को नौकरी के नाम पर बुलाया गया था. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि इस रैकेट को चलाने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मास्टरमाइंड अभी फरार है.
दरअसल, पूर्णिया पुलिस को सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल से कई युवकों को नौकरी के नाम पर यहां बुलाकर बंधक बनाया गया है. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सदर थाना क्षेत्र के कई लॉज में छापेमारी की. इस दौरान करीब 200 बेरोजगार युवक मिले. सूत्रों के अनुसार युवकों ने पुलिस को बताया कि उन्हें आयुर्वेद कंपनी में नौकरी दिलाने का वादा किया गया था. नौकरी के नाम पर उनसे पहले 5,000 रुपये मांगे गए और उसके बाद उन्हें बंधक बना लिया. इस मामले में गिरफ्तार चार लोगों में से एक ने पुलिस को बताया कि इस रैकेट में सात लोग शामिल हैं. ये लोग नौकरी का लालच देकर भोले-भाले युवकों को फंसाते थे, उनसे पैसे ऐंठते थे और फिर उन्हें बंधक बना लेते थे. ट्रेनिंग के नाम पर युवाओं से पैसे ऐंठ लिए जाते थे. उन्हें एक लॉज में बंद करके रखा जाता था. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.