पैथोलॉजी पर भी छापा,कई दवा दुकानों एवं अवैध अल्ट्रासाउंड में दिन भर लटका रहा ताला
बीरेंद्र शर्मा/न्यूज़11 भारत
बरही/डेस्क: चौपारण प्रखंड में प्रशासन ने अवैध रूप से संचालित हो रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों और क्लीनिकों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए कड़े कदम उठाए हैं. प्रशासन की इस कार्रवाई से अवैध रूप से भ्रूण लिंग जांच करने और भ्रूण हत्या में लिप्त झोला छाप डॉक्टरों का गोरखधंधा उजागर हुआ है. चौपारण अंचलाधिकारी संजय यादव, सामुदायिक अस्पताल प्रभारी डॉ सतीश सिंह और थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने क्षेत्र के दो अलग-अलग क्लीनिकों पर छापेमारी की. इस दौरान कई अनियमितताएं सामने आईं, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि कुछ झोला छाप डॉक्टर अवैध रूप से भ्रूण लिंग जांच करवा रहे थे. सबसे पहले प्रशासन की टीम ने चौपारण के मंगलम अस्पताल में जांच की, जहां कई अनियमितताएं पाई गईं. इस अस्पताल में न तो जरूरी दस्तावेज मौजूद थे और न ही सरकारी नियमों के अनुसार आवश्यक प्रमाणपत्र थे.
बजरंगी कॉलोनी में संचालित अवैध क्लिनिक पर छापा
इसके बाद प्रशासन की टीम ने बजरंगी कॉलोनी स्थित एक अन्य क्लिनिक पर छापेमारी की. जांच के दौरान यह सामने आया कि यह क्लिनिक पूरी तरह से अवैध रूप से संचालित हो रहा था. यहां न तो कोई अधिकृत डॉक्टर मौजूद था और न ही कोई बोर्ड लगा था। मोबाइल डेटा और अन्य सबूतों के आधार पर यह खुलासा हुआ कि यह केंद्र अवैध रूप से लिंग जांच करने और कराने का काम करता था.
भ्रूण हत्या के गोरखधंधे में लिप्त झोला छाप डॉक्टरों का खुलासा
जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि चौपारण प्रखंड में कई झोला छाप डॉक्टर अवैध रूप से भ्रूण लिंग जांच और भ्रूण हत्या जैसे संगीन अपराधों में संलिप्त हैं। ये लोग बिना किसी कानूनी अनुमति के गुप्त रूप से अपना नेटवर्क चला रहे थे. प्रशासन को लंबे समय से इन गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी, लेकिन अब जाकर सख्त कार्रवाई की गई.
गिरफ्तार आरोपी और कानूनी कार्रवाई
इस छापेमारी के दौरान प्रशासन ने चार लोगों को गिरफ्तार किया. इनकी पहचान निम्नलिखित रूप में हुई है. प्रमोद गुप्ता, पिता लक्ष्मी नायक, घनश्याम साव उर्फ डॉक्टर कश्यप, पिता बालो साव (ग्राम ताजपुर, थाना चौपारण), गणेश कुमार साव, पिता स्वर्गीय भरत साव (ग्राम बाराडीह नगवां, थाना चौपारण),प्रकाश कुमार, पिता सुरेंद्र प्रजापति (ग्राम सोनवरसा, थाना प्रतापुर, जिला चतरा) इन सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. खबर लिखे जाने तक सभी को चौपारण थाना में हिरासत में रखा गया था और आगे की जांच जारी थी.
मीडिया रिपोर्टिंग के बाद प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
गौरतलब है कि एक स्थानीय अखबार मीडिया अवलोकन ने लगातार पांच दिनों तक इस अवैध गतिविधि पर खबरें प्रकाशित की थीं. इन रिपोर्टों के बाद उपायुक्त नैन्सी सहाय ने मामले का संज्ञान लिया और तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और अवैध क्लीनिकों और झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्ती बरती गई.
प्रशासन की सख्त चेतावनी
प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि चौपारण प्रखंड में किसी भी अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर, क्लिनिक या झोला छाप डॉक्टर को बख्शा नहीं जाएगा. भ्रूण हत्या और लिंग जांच जैसे अपराधों में लिप्त लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. यह कार्रवाई क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और अवैध चिकित्सा गतिविधियों पर रोक लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. प्रशासन की इस सख्ती से अवैध क्लीनिकों और भ्रूण हत्या में संलिप्त लोगों में हड़कंप मच गया है.