न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: सनातन धर्म में जगद्गुरु आचार्य रामभद्राचार्य जी का नाम बड़े ही आदर और सम्मान के साथ लिया जाता है. रमानंद संप्रजाय के चार प्रमुख जगद्गुरुओं में से एक रामभद्राचार्य जी कई भाषाओं के ज्ञाता हैं. देश के सबसे प्रतिष्ठित धर्मगुरु एवं संत में से एक स्वामी रामभद्राचार्य जी अपनी कथाओं में हर इंसान के लिए कुछ आदतों को अपनाना सुखी जीवन के लिए बहुत जरूरी मानते हैं. उनका कहना है कि किसी भी इंसान को पूरी जिंदगी भर ज्ञान की ललक नहीं छोड़नी चाहिए. जीवन से सीखने की कोशिश करनी चाहिए.
स्वामी रामभद्राचार्य जी का मानना है कि हर इंसान को जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए, भले ही उसने कभी कुछ बुरा भी किया हो, उसे माफ कर उसकी मदद करनी चाहिए. रामभद्राचार्य जी दान दक्षिणा देने को बेहद जरूरी मानते हैं. स्वामी रामभद्राचार्य जी कहते हैं कि अपनी आय का एक हिस्सा समाज कल्याण में दान देना चाहिए. रामभद्राचार्य जी के मुताबिक सनातन धर्म में सत्य सर्वोपरि है और हर इंसान को जीवन में झूठ और फरेब से दूर रहना चाहिए. स्वामी रामभद्राचार्य जी कहते हैं कि दूसरों में कमियां निकालने की आदत अपनाने की जगह जीवन भर खुद के प्रति ईमानदार रहना चाहिए.