प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: झारखंड में एनीमिया मुक्त अभियान के अंतर्गत एनीमिया मुक्त झारखंड सप्ताह 2024 का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया. इस विशेष सप्ताह के दौरान राज्यभर में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदर्शन और एनीमिया उन्मूलन के लिए किए गए प्रयासों को सराहा गया. इस अभियान ने राज्य को एनीमिया मुक्त बनाने के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इस अभियान के दौरान तीन स्वास्थ्यकर्मियों को उनके बेहतरीन कार्य और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया. इन स्वास्थ्यकर्मियों ने एनीमिया उन्मूलन की दिशा में अपनी कड़ी मेहनत और प्रभावी सेवाओं से राज्यभर में एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया.
1. प्रथम स्थान: लातेहार जिले के सीएचसी बरवाडीह से दिलेश्वर राम (एमपीडब्ल्यू) ने अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए पहला स्थान प्राप्त किया. उनकी सेवाओं ने न केवल क्षेत्र में बल्कि पूरे राज्य में एनीमिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को नई ऊर्जा दी. उनकी कड़ी मेहनत और मरीजों के प्रति समर्पण ने उन्हें इस प्रतिष्ठित स्थान तक पहुंचाया.
2. द्वितीय स्थान: पूर्वी सिंहभूम जिले के सीएचसी घाटशिला से ललिता सिंहा को उनके प्रभावी कार्यों के लिए द्वितीय स्थान दिया गया. ललिता ने एनीमिया उन्मूलन में उल्लेखनीय योगदान दिया है और अपने कार्यों से क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई. उनका समर्पण और जिम्मेदारी के प्रति ईमानदारी ने उन्हें यह सम्मान दिलवाया.
3. तृतीय स्थान: गिरिडीह जिले के आरएच राजधनवार से पूनम कुमारी ने अपनी प्रभावी सेवाओं और कार्यक्षमता के लिए तृतीय स्थान प्राप्त किया. पूनम कुमारी ने एनीमिया के प्रति लोगों को जागरूक करने और उन्हें आवश्यक इलाज मुहैया कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनके प्रयासों ने इस अभियान को आगे बढ़ाने में मदद की और क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त किया.
इन स्वास्थ्यकर्मियों की अथक मेहनत, समर्पण और नेतृत्व ने एनीमिया उन्मूलन अभियान को नई दिशा दी है. झारखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने इनकी सराहना की और इन्हें प्रेरणा स्रोत बताया. इन स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा किए गए कार्यों ने एनीमिया मुक्त झारखंड अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और यह राज्य को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए एक अहम कदम साबित हो रहा है.