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रांची/डेस्क: धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र के खरनागढ़ा इलाके निवासी शिवजी सिंह, उनकी बेटी सोनम कुमारी और पड़ोसी राजीव कुमार की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. आपको बता दे कि शिवजी सिंह सेना के एक अधिकारी थे. यह सड़क दुर्घटना उत्तर प्रदेश के प्रयागराज-वाराणसी हाइवे के मिर्जामुराद में हुआ है. यह सभी लोग प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में स्नान करने के लिए गए थे. वहां से वापसी के दौरान इन सभी लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. इस हादसे के बाद राजीव सिंह की पत्नी अलका सिंह और शिवजी सिंह की पत्नी नीरा देवी की स्थिति कमजोर बनी हुई है.
मृतक राजीव सिंह के पिता शिवदयाल सिंह ने बताया कि राजीव अपनी पत्नी नीरा के साथ प्रयागराज कुंभ स्नान करने के लिए गया था. वह शुक्रवार 24 जनवरी को शिवजी सिंह के साथ कार से कुंभ मेले के लिए निकले थे. सभी लोग स्नान करने के बाद शनिवार 25 जनवरी को वापस लौट रहे थे. इस दौरान सड़क हादसे में शिवजी सिंह, उनकी बेटी सोनम कुमारी और पड़ोसी राजीव कुमार की मौके पर मौत हो गई. उन्होंने आगे बताया कि राजीव अपना व्यवसाय करता था. उसका एक बेटा है. उसके बेटे का नाम प्रिंस सिंह है. वह जमशेदपुर में रहकर अपनी एमबीए की पढ़ाई कर रहा है.
शिवजी सिंह के पड़ोसी राजीव सिंह ने बताया कि शुक्रवार 24 जनवरी को शिवजी और उसकी पत्नी नीरा देवी अपनी बेटी सोनम कुमारी अपने पडोसी राजीव कुमार, उनकी पत्नी अलका सिंह के साथ कार में सवार होकर कुंभ मेले में स्नान करने के लिए निकले थे. वहां स्नान करने के बाद सभी लोग शनिवार 25 जनवरी को घर वापस आ रहे थे. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज-वाराणसी हाईवे के मिर्जामुराद में वापसी के दौरान उनकी कार की टक्कर एक डंपर से हो गई थी.
शिवजी सिंह और उनकी बेटी सोनम कुमारी के साथ ही पड़ोसी राजीव कुमार की इस हादसे में मौत हो गई. वहीं राजीव सिंह की पत्नी अलका सिंह और शिवजी सिंह की पत्नी नीरा देवी की हालत नाजुक बनी हुई है. इन दोनों का इलाज BHU में चल रहा है. कार शिवजी चला रहे थे.
पड़ोसी ने बताया कि मूल रूप से शिवजू सिंह बिहार के आरा जिला का रहने वाला है. उन्होंने खरनागढ़ा में पहले ही घर बनवाया था. लेकिन यहां छह महीने पहले ही शिफ्ट हुए थे. वह सेना में एक अधिकारी के पद पर थे. उन्हें दिल्ली से फ्लाइट से ड्यूटी के लिए जाना था. लेकिन इस दौरान मौसम ख़राब होने के कारण उनकी फ्लाइट ओ रद्द कर दिया गया था. इस कारण वह ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर पाए थे. ऐसे में उन्होंने महाकुंभ जाने का प्लान बनाया. इसके बाद सभी लोग महाकुंभ स्नान करने के लिए निकले थे.