अनंत/न्यूज़11भारत
बेरमो/डेस्क: नावाडीह प्रखंड के पेंक-नारायणपुर थाना क्षेत्र के मुंगोरंगामाटी (पारटांड़) गांव में उस समय मातम छा गया जब प्रवासी मजदूर टिंकू महतो (30) का शव वेल्लोर से पैतृक आवास पहुंचा. जैसे ही शव घर पहुंचा, परिजनों के हृदय विदारक विलाप ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया. डुमरी विधायक जयराम महतो भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया. मृतक की पत्नी लीला देवी और मां भगिया देवी का रो-रोकर बुरा हाल था. दोनों बार-बार अचेत हो जा रही थी.
मृतक टिंकू महतो जुलाई में बेंगलुरु स्थित शेरशाह संस प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत था. छुट्टी लेकर वह अपने दोस्त की बीमार मां को देखने वेल्लोर गया था. दोस्त के अस्पताल जाने के दौरान टिंकू लॉज में रुका हुआ था. जब दोस्त लौटकर आया, तो उसने टिंकू को मृत पाया. स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम किया और शव को बुधवार को परिजनों को सौंपा. शुक्रवार सुबह टिंकू का शव उसके गांव पहुंचा.
विधायक जयराम महतो और प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य कर रहे भुनेश्वर कुमार महतो ने झारखंड सरकार से रोजगार के साधन राज्य में ही उपलब्ध कराने की मांग की ताकि मजदूरों का पलायन रोका जा सके. साथ ही उन्होंने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से टिंकू की बेटियों के भरण-पोषण के लिए आर्थिक मदद की अपील की. टिंकू के अंतिम संस्कार में डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो सहित मुखिया मोहन महतो, पंचायत समिति प्रतिनिधि बालेश्वर महतो, समाजसेवी नुनुचंद महतो, और अन्य ग्रामीण शामिल हुए.