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रांची/डेस्क: आज बेंगलुरु में एरो इंडिया शो का भव्य उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया. एशिया के सबसे बड़े इस एयर शो में दुनिया भर के 90 देश शामिल हो रहे हैं. इसके साथ ही रक्षा क्षेत्र से जुड़े दुनिया के 900 से ज्यादा प्रदर्शक इसमें अपनी भागीदारी निभाएंगे. इस शो में भारतीय सेना के द्वारा भी कई प्रदर्शनी की जाएगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, सीडीएस अनिल चौहान, वायु सेना प्रमुख अमरप्रीत सिंह, नौसेना प्रमुख दिनेश कुमार त्रिपाठी, सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी सहित कई देशों के प्रतिनिधि, रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सैन्य क्षेत्र से जुड़ी गणमान्य हस्तियां मौजूद रही.
इस आयोजन को लेकर रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने कहा कि यह मेरे लिए भी गौरव की बात है कि रक्षा क्षेत्र से जुड़े इतने बड़े आयोजन में शामिल हो रहा हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में भारत ने रक्षा क्षेत्र को आगे बढ़ाने और मजबूती प्रदान करने का जो संकल्प किया है, उसका सकारात्मक और शानदार परिणाम अब दुनिया भर में दिख रहा है. संजय सेठ ने कहा कि रक्षा मंत्रालय के द्वारा वर्ष 2025 को इयर्स ऑफ रिफॉर्म घोषित किया गया है. यह सिर्फ घोषणा नहीं है, बल्कि यह रिफॉर्म के प्रति रक्षा मंत्रालय की प्रतिज्ञा और कर्मशीलता को भी दिखाता है.
इसके लिए सिर्फ मंत्रालय के स्तर पर ही निर्णय नहीं लिए जा रहे हैं, बल्कि इसमें सैन्यबलों और रक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों सहित अन्य समूहों की समुचित भागीदारी है. इसे तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए रक्षा क्षेत्र से जुड़े सभी हितधारकों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है. सबके सुझाव लिए जा रहे हैं. संजय सेठ ने कहा कि रक्षा क्षेत्र को आगे बढ़ाने और मजबूती प्रदान करने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता का परिणाम है कि भारत अब रक्षा क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ने वाला देश बन चुका है. घरेलू रक्षा उत्पादन में सवा लाख करोड़ से भी ज्यादा के रिकॉर्ड स्तर पर भारत पहुंच चुका है. भारत का रक्षा निर्यात 21000 करोड़ के रिकॉर्ड को पार कर चुका है.
संजय सेठ ने कहा कि पिछले एयरो इंडिया से लेकर अब तक, यानि सिर्फ 2 सालों में, हमने अनेक उपलब्धियाँ हासिल की हैं. कई हाइ टेक्नोलॉजी के उत्पाद, जैसे एस्ट्रा मिसाइल, नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल, स्वायत्त पानी के नीचे वाहन, मानव रहित सतह पोत, पिनाका गाइडेड रॉकेट, जैसे कई उपकरण भारत में बनाए जा रहे हैं. 2 वर्षों में इतनी उपलब्धि रक्षा मंत्रालय की प्रतिबद्धता और कठिन मेहनत के साथ समर्पण का परिणाम है. आने वाले वर्षों में भारत रक्षा क्षेत्र में इससे भी कहीं अधिक तेज गति से आगे बढ़ेगा.