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रांची/डेस्क: आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के पवित्र लड्डू प्रसादम में मिलावट का बड़ा विवाद सामने आया हैं. जिसने राजनीतिक और धार्मिक हलकों में भूचाल ला दिया हैं. गुजरात स्थित प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि प्रसाद में उपयोग किए जाने वाले घी में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी (Animal Tallow) मिलाई जा रही थी. इस घटना से देशभर के संतों और श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश हैं. संतों ने Tirumala Tirupati Devasthanam (TTD) Trust Board को तत्काल भंग करने की मांग की है, जबकि सत्ताधारी और विपक्षी पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया हैं.
कैसे उठा विवाद?
इस साल जून में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में घी की मिलावट के आरोप सामने आए थे. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया है कि पिछली जगन मोहन रेड्डी सरकार के कार्यकाल में मंदिर में मिलावटी घी का इस्तेमाल हो रहा था. 9 जुलाई को मंदिर ट्रस्ट ने घी के सैंपल गुजरात स्थित NDDB (National Dairy Development Board) की फूड लैब में भेजे थे. 16 जुलाई को आई रिपोर्ट में घी में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल मिलने की पुष्टि हुई हैं.
कौन कर रहा था सप्लाई?
बीते 50 सालों से Karnataka Cooperative Milk Federation (KMF) मंदिर को शुद्ध देसी घी सप्लाई कर रहा था. हालांकि, जुलाई 2023 में कीमतों को लेकर विवाद के बाद, तत्कालीन जगन मोहन रेड्डी सरकार ने पांच नई फर्मों को घी की सप्लाई का ठेका दिया. घी में मिलावट की पुष्टि के बाद नायडू सरकार ने 29 अगस्त को फिर से KMF को घी की आपूर्ति का काम सौंपा था.
रिपोर्ट में क्या निकला?
जांच में पाया गया कि प्रसाद में लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में सोयाबीन, मछली का तेल, Beef Tallow और जानवरों की चर्बी (Lard) का मिश्रण था. इस रिपोर्ट ने हिंदू समुदाय की आस्था को गहरा झटका दिया हैं. टीडीपी ने इसे धार्मिक आस्थाओं पर चोट बताया है जबकि YSR कांग्रेस ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया हैं.
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
इस मुद्दे ने TDP और YSRCP के बीच राजनीतिक संघर्ष को और गहरा कर दिया हैं. TDP ने YSR कांग्रेस पर यह आरोप लगाया है कि पिछली सरकार ने मंदिर में श्रद्धालुओं की भावनाओं से खिलवाड़ किया हैं. जबकि YSRCP के नेता वाईवी सुब्बा रेड्डी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी हैं.
संतों की नाराजगी और जांच की मांग
इस घटना से संत समुदाय और भक्तगणों में भारी आक्रोश हैं. संतों ने सरकार से Tirumala Tirupati Devasthanam (TTD) ट्रस्ट को तुरंत खारिज करने की मांग की हैं. वहीं बीजेपी और कांग्रेस ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है, जबकि कुछ नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ National Security Act (NSA) के तहत कार्रवाई की मांग की हैं.
आगे की कार्रवाई
Tirumala Tirupati Devasthanam Trust ने घी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एक चार सदस्यीय समिति का गठन किया है और घी सप्लाई करने वाली फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी हैं.