अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
बुंडू/डेस्क: रांची के बुंडू कभी माओवादियों का गढ़ रहा अड़की प्रखण्ड का जोजोहातू गांव आज शिक्षा ग्रहण कर सरकार के नीतियों के साथ कदम से कदम बढ़ा रहा है. वहीँ इस इलाके में एक आवासीय विद्यालय में स्थित बिरसा उच्च विद्यालय बुनियादी सुविधाओं से है वांछित है जिसको लेकर रविवार को झारखंड प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय महतो के नेतृत्व में बिरसा उच्च विद्यालय जोजोहातू के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों द्वारा बुंडू में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए भारत सरकार के आदिवासी मामलों के मंत्री सह कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा से मिलकर अड़की स्थित बिरसा उच्च विद्यालय जोजोहातू में विद्यालय भवन एवं चहारदीवारी निर्माण की मांग को लेकर मांग पत्र सौंपा गया.
मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि लोकसभा चुनाव के पहले तक बिरसा उच्च विद्यालय जोजोहातू की मांग पूरी की जाएगी. विदित हो कि वर्ष 1990 से यह विद्यालय संचालित किया जा गया है. इस विद्यालय में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी परिवार के बच्चे पढ़ाई करते हैं. विद्यालय के लिए तत्कालीन कल्याण मंत्री रहे स्व. रमेश सिंह मुंडा के द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से छात्रावास निर्माण कराया गया था लेकिन विद्यालय के छात्रों के लिए सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाया.
विद्यालय के प्रतिनिधि मंडल द्वारा तमाड़ विधायक विकास कुमार मुंडा से भी विद्यालय के उत्थान के लिए आग्रह कर चुके हैं उन्होंने भी विद्यालय भवन तथा चाहरदीवारी निर्माण के लिए आश्वासन दिया है. लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी है.
सुदूरवर्ती क्षेत्र अड़की प्रखण्ड का जोजोहातू गाँव का यह विद्यालय आदिवासी तथा गरीब छात्रों को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराता है लगभग 90 प्रतिशत छात्र आदिवासी समुदाय के बच्चे इस विद्यालय में अध्ययन करते हैं. इस विद्यालय में बच्चों को छात्रवृत्ति, साइकिल, किताबें, सहित शिक्षकों को अनुदान भी प्राप्त होता है लेकिन विद्यालय का भवन नहीं होने के कारण काफी परेशानी झेलनी पड़ती है.