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रांची/डेस्क: क्या आपने कभी सोचा है कि आपका ब्लड ग्रुप सिर्फ खून का समूह नहीं बल्कि आपके स्वास्थ्य का गुप्त संकेतक भी हो सकता हैं? दरअसल, हाल ही में किए गए शोधों के अनुसार, आपके ब्लड ग्रुप से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि आपको किस तरह की बीमारियों का खतरा अधिक हो सकता हैं. ब्लड ग्रुप का आपके जीवन पर प्रभाव इतना गहरा हो सकता है कि इससे जुड़े कुछ रोगों का पूर्वानुमान पहले से ही किया जा सकता हैं. आइए जानते है कि किस ब्लड ग्रुप के व्यक्ति को कौन सी बीमारियों का खतरा ज्यादा होता हैं.
ब्लड ग्रुप A (हार्ट डिजीज और गैस्ट्रिक कैंसर का खतरा ज्यादा)
यदि आपका ब्लड ग्रुप A है, तो आपको जीवन में हार्ट डिजीज और गैस्ट्रिक कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता हैं. लाइफस्टाइल की वजह से ये रिस्क और भी बढ़ सकता हैं. इसके अलावा ब्लड ग्रुप A वाले लोगों को स्मॉलपॉक्स जैसी खतरनाक वायरल बीमारियां भी हो सकती हैं.
ब्लड ग्रुप B (डायबिटीज और ऑटोइम्यून बीमारियों का खतरा)
ब्लड ग्रुप B वाले लोग टाइप 2 डायबिटीज के उच्च जोखिम में होते हैं. इसके अलावा ऐसे व्यक्तियों को ऑटोइम्यून डिजीज और स्केलेरोसिस जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता हैं. इसलिए इस ब्लड ग्रुप वालों को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत हैं.
ब्लड ग्रुप AB (याददाश्त की समस्याएं हो सकती है)
ब्लड ग्रुप AB वालों को अक्सर याददाश्त संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं. उम्र के साथ इन लोगों की याददाश्त में तेजी से कमी आ सकती है, जो संभवतः दिमाग में खून के प्रवाह की कमी की वजह से होता हैं. यह एक ऐसा संकेत है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
ब्लड ग्रुप O (दिल की बीमारियाँ और अल्सर का खतरा)
हालांकि O ब्लड ग्रुप वाले लोगों का स्वास्थ्य सामान्यतः अच्छा माना जाता है लेकिन इस ग्रुप के व्यक्तियों को पेप्टिक अल्सर और खून संबंधी गड़बड़ियों का खतरा ज्यादा होता हैं. इसके अलावा हार्ट डिजीज भी इनके लिए एक बड़ा जोखिम है, जिसे समय रहते पहचानना और सही उपचार करवाना बेहद जरूरी हैं.
ब्लड ग्रुप का हेल्थ पर प्रभाव: एक रहस्य या सच्चाई?
ब्लड ग्रुप के प्रभाव को समझने के लिए यह जरूरी है कि हम जानें कि यह कैसे काम करता हैं. ब्लड ग्रुप में एंटीजेन प्रोटीन होते है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को सिग्नल देते है और यह प्रभावित करते है कि शरीर इंफेक्शन, इंफ्लामेशन और ब्लड क्लॉटिंग जैसी स्थितियों में कैसे प्रतिक्रिया करेगा. उदाहरण के लिए ब्लड ग्रुप A में विलिब्रांड फैक्टर का स्तर ज्यादा होता है, जो खून को बहने से रोकने में मदद करता है लेकिन यह ज्यादा होने पर हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकता हैं.
क्या इसका मतलब यह है कि हर ब्लड ग्रुप वाले को निश्चित रूप से ये बीमारियां होंगी?
2021 में हुई एक स्टडी में यह पाया गया कि ब्लड ग्रुप के प्रभाव की वजह से निश्चित रूप से कोई बीमारी होना संभव है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हर व्यक्ति को यह बीमारी जरूर होगी. यह सिर्फ एक संभावित जोखिम है, जिसे सही समय पर समझकर नियंत्रित किया जा सकता हैं.