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रांची/डेस्क: Lebanon और Syria के कुछ हिस्सों में हुए सिलसिलेवार ब्लास्ट से इलाके में हड़कंप मच गया हैं. इस हमले में कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 4,000 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. प्रारंभिक जांच के अनुसार, इस विस्फोट के पीछे Pager Device की हैकिंग शामिल है, जिससे इन ब्लास्ट्स को अंजाम दिया गया. इस घटना ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा और पुराने तकनीकी उपकरणों की संवेदनशीलता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.
क्या होता है Pager Device?
Pager एक ऐसा डिवाइस है जो Radio Signal के माध्यम से टेक्स्ट मैसेज को सेंड और रिसीव करता हैं. यह डिवाइस 1990 के दशक में बेहद लोकप्रिय था, जब मोबाइल फोन का उपयोग व्यापक रूप से नहीं हुआ था और मोबाइल सर्विस काफी महंगी थी. पेजर का इस्तेमाल मुख्य रूप से अलर्ट या महत्वपूर्ण संदेश भेजने के लिए किया जाता था. हालांकि, आज के दौर में यह पुरानी तकनीक मानी जाती है, लेकिन कुछ विशेष क्षेत्रों में इसका अब भी इस्तेमाल होता हैं.
Pager को कैसे हैक किया जा सकता है?
विशेषज्ञों का यह मानना है कि Pager System के सिक्योरिटी फीचर्स अत्यधिक मजबूत नहीं होते हैं. इन डिवाइसों में इस्तेमाल होने वाली तकनीक Encrypted नहीं होती है, जिसका मतलब यह है कि इसे आसानी से हैक किया जा सकता हैं. हैकर्स Pager Device के जरिए भेजे जा रहे डेटा को कैप्चर कर सकते है और फिर अपनी कमांड्स भेज सकते हैं. जो संभावित खतरनाक गतिविधियों को अंजाम देने में सक्षम होते हैं.
इस घटना में यही तकनीक इस्तेमाल की गई है, जिसमें हैकर्स ने पेजर को हैक कर उसमें Blast Trigger करने वाले कमांड्स भेजे, जिसके चलते यह विस्फोट हुआ हैं.
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क्या मोबाइल भी हो सकते है इस तरह हैक?
Pager की तुलना में मोबाइल डिवाइस कहीं अधिक सुरक्षित माने जाते हैं. आधुनिक स्मार्टफोन में Encryption और Advance Security फीचर्स होते है, जो उन्हें हैकिंग से बचाते हैं. हालांकि, यह पूरी तरह से नहीं कहा जा सकता कि मोबाइल कभी हैक नहीं हो सकता, लेकिन Pager की तुलना में मोबाइल को हैक करना काफी मुश्किल होता हैं. मोबाइल की सुरक्षा उसके ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भर करती हैं.
विशेषज्ञों के मुताबिक Android और iOS जैसे प्लेटफॉर्म्स में से iOS को अधिक सुरक्षित माना जाता हैं. Android Device में अधिक Customization की सुविधा होती है, जिससे उनमें सुरक्षा कमजोरियों की संभावना बढ़ सकती है लेकिन iOS की बंद प्रणाली (Closed Ecosystem) इसे अधिक सुरक्षित बनाती हैं.
साइबर सुरक्षा पर बढ़ते खतर
Lebanon और Syria में हुए इस हमले ने एक बार फिर यह दिखाया है कि कैसे पुराने उपकरण और तकनीक जैसे कि Pager, गंभीर साइबर हमलों का निशाना बन सकते हैं. इस तरह की घटनाओं के बाद विशेषज्ञ यह सलाह दे रहे है कि सुरक्षा के लिए इन पुराने तकनीकों को पूरी तरह से हटाकर नई और सुरक्षित तकनीकों को अपनाना चाहिए.
इस घटना में Digital Era में साइबर सुरक्षा की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है, इस बात को दर्शा रही हैं.