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सिमडेगा/डेस्क: सिमडेगा और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित मां शारदा धाम झारखंड और छत्तीसगढ़ की मैत्री संस्कृति का प्रतीक है. बसंत पंचमी के मौके पर छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साई ने भी यहां माथा टेका और दोनों राज्यों की संस्कृति के मंदिर के विकास करने की बात कही.
आज बसंत पंचमी है. हर तरफ विद्यादायनी मां शारदे की जय जयकार हो रही है. आज हम भी मां शारदे की एक अनोखे मंदिर से रूबरू कराएगें जो सिमडेगा जिला मुख्यालय से 43 किलोमीटर दूर स्थित है. मां शारदे का यह अनोखा मंदिर जहाँ मंदिर की सीढ़ीयां झारखंड राज्य में उतरती है और मंदिर छत्तीसगढ़ में स्थित है. यह मंदिर बिलकुल दो राज्यों की सीमा पर स्थित है. यहाँ विद्यादायनी मां शारदे की चरणों तले अनेकों बच्चों को निशुल्क विद्या प्रदान की जाती है. झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य का यह इकलौता मंदिर है जहाँ मां शारदे की प्रतिमा स्थित है. यह मंदिर प्रकृति की मनमोहक सौन्दर्य के साथ साथ आस्था और ज्ञान का अद्भुत संगम है. जो बिरले हीं देखने को मिलता है. बसंत पंचमी के मौके पर लगे तीन दिवसीय मेला में छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय बसंत पंचमी के पूर्व संध्या पर कल देर शाम यहां पहुंचे और मां शारदे की पूजा अर्चना कर अखंड हरि कीर्तन में शामिल हुए.
छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने शारदा धाम पहुंचे झारखंड और छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि शारदा धाम झारखंड और छत्तीसगढ़ की संस्कृति और आस्था का संयुक्त रूप है. उन्होंने इसे और प्रगाढ़ करते हुए इस धाम के समुचित विकास करने की बात कही.