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रांची/डेस्क: आज के भागदौड़ भरे जीवन में यूरिक एसिड बढ़ने से कई सारी गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती है. यूरिक एसिड एक मेटाबोलाइट होता है जो कि कोशिकाओं के लगातार टूटने के वजह से बनता है. शरीर में यूरिक एसिड का हाई लेवल आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए काफी यह काफी ज्यादा खतरनाक हो सकता है. यूरिक एसिड में बढ़ोतरी से किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है. शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने को हाइपरयूरिसीमिया कहते हैं, ये गाउट प्रॉब्लम का कारण बन सकता है. इस स्थिति में आपके जोड़ों में दर्द हो सकता है. साथ ही ब्लड और पेशाब को भी बहुत एसिडिक बना सकता है. आइए जानते हैं यूरिक एसिड कम करने और गाउट की परेशानी से बचने के उपाय.
इन चीजों का करे सेवन
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी होने का सीधा असर आपके ब्लड पर पड़ता है, जिसके वजह से यूरिक एसिड बढ़ जाता है. कम पानी पीने से यूरिन से यूरिक एसिड नहीं निकल पाता है. इसके वजह से गाउट बन जाता है. गाउट की परेशानी से बचने के लिए नींबू काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होता है. एक स्टडी के अनुसार नींबू में शरीर में यूरिक एसिड लेवल कम करने की क्षमता होती है. यूरिक एसिड लेवल कम करने के लिए आपको एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर उसमें आधा चम्मच बेकिंग सोडा डालकर पीना चाहिए. दिन में 3 गिलास पानी पीने से खून में यूरिक एसिड लेवल कम करने में मदद होता है.
मशरूम में पाया जाने वाला बीटा-ग्लूकेन्स कार्बोहाइड्रेट शरीर में सूजन से बचाने में मददगार हो सकता है. गाउट के मरीजों को अपनी डाइट में मशरूम को शामिल करना चाहिए. गर्मियों में खीरा खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है. अधिक मात्रा में फायबर पाए जाने के वजह से यूरिक एसिड आसानी से यूरिन से बाहर निकल सकती है. खीरे में पाया जाने वाला पानी गाउट के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है.
टमाटर में पाया जाने वाला विटामिन सी यूरिक एसिड लेवल कम करने में मदद करता है. रोजाना टमाटर का सेवन करने से कई तरह की शारीरिक समस्याएं दूर हो सकती है. बीटा-कैरोटीन और ल्यूटिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर कद्दू सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है. टमाटर खाने से यूरिक एसिड का लेवल भी घट सकता है और इसमें मौजूद फाइबर मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ाता है और प्यूरीन पचाने में मदद करता है. वहीं, परवल खाने से प्यूरीन मेटाबॉलिज्म तेज होता है और यूरिक एसिड की समस्या कम करने में मददगार साबित होता है. गठिया और गाउट के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है.
विटामिन सी और फाइबर से भरपूर खाना
विटामिन सी से भरपूर फूड आइटम गठिया और गाउट में फायदेमंद होते हैं. विटामिन सी से भरपूर खाद्य आइटम में संतरे, नींबू, कीवी, अमरूद, ब्रोकली, फूलगोभी और शिमला मिर्च शामिल हैं. फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करने से यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है. फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में पत्तेदार हरी सब्जियाँ, जई, साबुत अनाज, ब्रोकली, कद्दू, नाशपाती, अजवाइन, खीरा, ब्लूबेरी, सेब और संतरे शामिल हैं. साथ ही आप गाजर, खीरा और चुकंदर के ताज़े सब्जियों के जूस का इस्तेमाल कर यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं.