प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: मां वैश्णवी कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार अरुण साव और पेटी कॉन्ट्रैक्टर सुमित सिंह नमक व्यक्ति के द्वारा धमकी देने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए बिजली विभाग के दैनिक वेतनभोगी कर्मियों ने बरवाडीह थाना में आवेदन दिया है. कर्मियों का कहना है कि सुमित सिंह नामक व्यक्ति, जो कि दैनिक वेतन कर्मियों को सबस्टेशनों जाकर तो कभी फोन पे नियमित रूप से धमकाता और गाली-गलौज करता है. इस मामले का विरोध और वेतन की मांग करने पे नौकरी से हटाने तक का भी बात कहा जाता है. वही इस मामले को लेकर शनिवार को बरवाडीह थाना प्रभारी राधेश्याम कुमार ने बैठक बुलाया , बैठक में विधायक प्रतिनिधि पिंटू सिंह, जिला परिषद सदस्य कन्हाई सिंह, माले नेता बिरजू सिंह, कांग्रेस स्टेट कॉर्डिनेटर विजय बहादुर सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक के दौरान ठेकेदार अरुण साव को कड़ी फटकार लगाई गई.
बैठक के बाद ठेकेदार अरुण साव ने आश्वासन दिया कि सभी दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का वेतन सोमवार को उनके खातों में भेज दिया जाएगा. साथ ही, मंगलवार को पुनः बरवाडीह थाना में एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें मजदूरों की सुरक्षा सुविधाओं, वेतन भुगतान की निर्धारित तिथि, और ठेकेदार द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार पर चर्चा होगी. थाना प्रभारी राधेश्याम कुमार ने सभी पक्षों को मामले को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया और कर्मियों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा. हालांकि, आरोपित सुमित सिंह बैठक में शामिल नहीं था. राधेश्याम कुमार ने बताया कि आगामी मंगलवार की बैठक में यदि सुमित सिंह आरोपों पर स्पष्टीकरण नहीं देता और उपस्थित नहीं होता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी स्पष्ट किया कि यदि मां वैश्णवी कंस्ट्रक्शन द्वारा दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का भुगतान निर्धारित समय पर नहीं होता है, तो वे कर्मियों के हित में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. इसके अतिरिक्त, हाल ही में दैनिक वेतनभोगी कर्मी मनीष शर्मा के आकस्मिक निधन पर ठेकेदार ने उनके परिजनों को तीन माह का मानदेय नगद देने की बात कही है.
शुक्रवार को इसी मामले को लेकर दैनिक वेतन कर्मियों ने मनिका विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामचंद्र सिंह के निवास पर मुलाकात कर अपनी सभी समस्याओं से अवगत कराया और लिखित आवेदन भी सौंपा. इस मामले पे विधायक रामचंद्र सिंह ने इससे जुड़े संबंधित अधिकारियों से फोन के माध्यम से मामले की जांच करने मां वैश्णवी कंस्ट्रक्शन का टेंडर रद्द करने का आदेश दिया